सोनिया गाँधी ने किया शहीदों को नमन, सरकार के स्पष्टीकरण की प्रतीक्षा सोनिया गाँधी ने गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प का एक साल पूरा होने पर शहीद जवानों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। आज गलवान घाटी में हुई झड़प को पूरा एक साल हो गया है।
इस मौके पर कांग्रेस ने हिंसक झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बयान जारी शहीद जवानों को याद किया है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि 15-16 जून 2020 की रात चीन के पीएलए सैनिकों के साथ टकराव में बिहार रेजिमेंट के 20 बहादुर सैनिक शहीद हो गए। इसमें कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल थे। इस घटना की पहली बरसी पर कांग्रेस पार्टी पूरे देश के साथ इस महान बलिदान को याद कर रही है।
हम पूरे धैर्य के साथ इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि सरकार सामने आकर एक साल पहले हुई इस घटना की पूरी जानकारी दें और स्थिति देश के सामने रखें और लोगों को बताए कि बहादुर सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, हालांकि इस मामले में अभी भी कोई स्पष्टता नहीं दी गई है।
कांग्रेस पार्टी सरकार से देश को विश्वास में लेने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह करती है कि उनका प्रदर्शन उन सैनिकों की प्रतिबद्धता के योग्य है जो सीमाओं पर बहादुरी और दृढ़ता से खड़े हैं।
याद रहे कि 15 जून को चीनी सेना को खदेड़ते हुए भारतीय सैनिकों ने अद्म्य साहस का परिचय दिया था चीनी सैनिकों की संख्या ज्यादा थी, लेकिन 20 जवानों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब देते हुए देश के नाम अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया।
इस इस साल फरवरी में चीन ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया था कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीनी सैनिक भी मारे गए थे। चीन ने कहा था कि भारतीय सैनिकों के साथ हुई उस हिंसक झड़प में पांच चीनी सैन्य अधिकारी और जवान मारे गए थे, जबकि रिपोर्ट्स की मानें तो मारे गए चीनी सैनिकों की संख्या इससे कहीं ज्यादा थी।