सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष चुनी गईं
नई दिल्ली। संसद के सेंट्रल हॉल में शनिवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई। बैठक में सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुन लिया गया। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। इस बैठक में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी सांसद राहुल गांधी, प्रमोद तिवारी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
77 वर्षीय सोनिया गांधी फरवरी में राज्यसभा के लिए चुनी गईं थीं। संसदीय दल की नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने कहा कि कई लोगों ने हमारे लिए शोक संदेश लिख डाले थे, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे के दृढ़ नेतृत्व में हम डटे रहे। भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा वास्तव में ऐतिहासिक आंदोलन थे, जिन्होंने सभी स्तरों पर हमारी पार्टी को पुनर्जीवित किया। राहुल गांधी अभूतपूर्व व्यक्तिगत, राजनीतिक हमलों से लड़ने के लिए अपनी दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के लिए विशेष धन्यवाद के पात्र हैं।
इससे पहले, कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया और उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं से कहा कि वह इस पर “बहुत जल्द” निर्णय लेंगे। कार्ति चिदंबरम ने कहा कि जनता ऐसी संसद चाहती है जिसमें मुद्दों पर चर्चा और बहस की जाए, न कि चीजों को दबा दिया जाए और उन्हें दबा दिया जाए। मैं सहमत हूं कि उन्हें (राहुल गांधी) को विपक्ष का नेता होना चाहिए। क्योंकि वे हमारी पार्टी का चेहरा हैं। हमारी पार्टी भारत में सबसे बड़ी पार्टी है। उन्हें विपक्ष का नेता होना चाहिए।
इस बैठक में भाग लेने के लिए शशि थरूर भी पहुंच चुके हैं। बता दें कि इस बैठक में गौरव गोगोई, तारिक अनवर और के सुधाकरन ने सोनिया गांधी के नाम का समर्थन किया। सोनिया गांधी को सीपीपी का अध्यक्ष चुना जा चुका है। इससे पहले शनिवार को ही राजधानी दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हुई। बैठक में पार्टी के भविष्य की रणनीति तय करने के लिए लोकसभा चुनाव परिणामों पर महत्वपूर्ण विचार-विमर्श किया गया।