अगर मुझे कुछ हुआ तो, पीएम मोदी, राजीव प्रताप रूडी और बिहार सरकार जिम्मेदार होगी: रोहिणी आचार्य

अगर मुझे कुछ हुआ तो, पीएम मोदी, राजीव प्रताप रूडी और बिहार सरकार जिम्मेदार होगी: रोहिणी आचार्य

पटना: छपरा में हुई राजनीतिक हिंसा में दो लोगों की जान जा चुकी है। इसके बाद आज मंगलवार को रोहिणी आचार्य तीसरे व्यक्ति से मिलने पीएमसीएच अस्पताल पहुंचीं। मगर इससे पहले रोहिणी आचार्य जब अपने घर से बाहर निकली तो उन्होंने छपरा में हुई हिंसा के लिए बीजेपी को दोषी करार दिया। उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं पर गोलीबारी की घटना का आरोप लगाया। रोहिणी आचार्य ने कहा कि भाजपा के लोग डरे हुए हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें।

बिहार के सारण से राजद उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने बीजेपी, राजीव प्रताप रूडी और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘मुझ पर डंडे चलाए गए, मुझे गालियां दी गईं। अगर मुझे एक खरोंच भी आई तो भाजपा के लोग जिम्मेदार होंगे।’ उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो पीएम मोदी, राजीव प्रताप रूडी और बिहार सरकार जिम्मेदार होगी।’

सारण लोकसभा सीट के लिए 5वें चरण की वोटिंग के दौरान झड़प और बवाल के बाद 21 मई की सुबह फिर आरजेडी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। इस झड़प ने हिंसक रूप ले लिया था और गोलीबारी की घटना घट गई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसक झड़प के दौरान इस्तेमाल की गई बंदूक को पुलिस ने बरामद कर लिया था। वहीं, बीजेपी ने रोहिणी आचार्य पर अपने समर्थकों के संग बूथ लूटने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।

बीजेपी की तरफ से यह आरोप लगाया जा रहा है कि सारण लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य अपने फेवर में वोट करवाने के लिए सुबह से हर बूथ का दौरा कर रही थीं। मतदान खत्म होने के अंतिम चरण के दौरान शाम 5:00 बजे के बाद जब वह भिखारी ठाकुर चौक के पास 318 नंबर बूथ पर पहुंची तो यहां भाजपा के कार्यकर्ता उग्र हो गए। लोगों ने रोहिणी आचार्य के खिलाफ नारेबाजी की लिहाजा उन्हें वहां से भागना पड़ा।

बूथ पर जाना मेरा अधिकार है: रोहिणी आचार्य
इस घटना के बारे में रोहिणी आचार्य ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि बूथ पर जाना मेरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि ‘मैं वहां कोई बूथ लूटने नहीं गई थी।’ रोहिणी आचार्य ने कहा कि ‘मैं उस बूथ पर यह देखने गई थी कि वहां कितनी वोटिंग हुई। मगर वहां पहले से ही भाजपा के गुंडे मौजूद थे।’

सारण हिंसा मामले में SP पर भी गाज गिरी थी। हिंसा मामले में चुनाव आयोग के आदेश पर एसपी पर कार्रवाई की गई थी। चुनाव आयोग ने एसपी गौरव मंगला का तबादला कर दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने कार्रवाई की थी। चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य सरकार ने आदेश जारी किया था।

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