कुछ ही घंटों में अपने बयान से मुकर गए शुभेंदु अधिकारी
पश्चिम बंगाल: लोकसभा चुनावों परिणामों के बाद बीजेपी लगातार अपने संगठन को लेकर सुर्ख़ियों में है और तमाम राज्यों में समीक्षाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीजेपी की बैठक में सीनियर लीडर शुभेंदु अधिकारी का एक बयान छाया हुआ है। उन्होंने अपने एक चौंकाने वाले बयान में कहा कि मुसलमानों की बीजेपी में कोई जगह नहीं है। हम सबका साथ, सबका विकास’ नहीं कहेंगे, बल्कि हम कहेंगे जो हमारे साथ हैं, हम उनके साथ हैं।
असल में शुभेंदु अधिकारी ने साफ कहा है कि मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी और आप सभी ने भी कहा था कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ लेकिन मैं इसे अब और नहीं कहूंगा, बल्कि अब हम कहेंगे ‘जो हमारे साथ हम उनके साथ’, सबका साथ, सबका विकास बंद करो’, शुभेंदु अधिकारी यहां तक कह गए कि हमें अल्पसंख्यक मोर्चे की जरूरत नहीं है।
लेकिन अब उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। जब मैं अपने क्षेत्र में जाता हूं तो हिंदू हो या मुसलमान सभी को विकास योजनाओं का लाभ दिया जाता है लेकिन उसके बाद भी कहा जाता है कि बीजेपी ‘हिंदू पार्टी’ है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि हम लोग सभी लोगों के लिए काम करते हैं। हमारी सरकार ने जितनी भी योजनाएं बनाई हैं वो सभी के लिए हैं। मैंने जो बात रखी है वो मेरा निजी पक्ष है। इसके साथ सरकार का कोई लेना-देना नहीं है।
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने आगे कहा कि यह नारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया था और यह अभी भी कायम है। उन्होंने कहा कि एक बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर मैंने बहुत दुख के साथ अपनी बात रखी कि बीजेपी की राज्य इकाई को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा होना चाहिए, न कि उन लोगों के साथ जो बीजेपी के साथ नहीं खड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह एक राजनीतिक बयान है और इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ सबका विकास’ नारे से कोई लेना-देना नहीं है।
बीजेपी नेता ने कहा कि मेरे बयान निजी हैं और इसका पार्टी की सोच से कोई लेना-देना नहीं है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में अल्पसंख्यक मोर्चा था। जहां मैंने मिलन उत्सव कार्यक्रम में 700 लोगों के साथ ईद मनाई। बावजूद इसके लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत गांगुली को यहां से एक भी वोट नहीं मिला। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक मतदान ने बीजेपी को बहुत प्रभावित किया है।
मालूम हो कि पीएम मोदी ने खुद साल 2014 में सभी भारतीयों को बिना किसी धर्म और जाति के शामिल करते हुए यह नारा दिया था। पीएम मोदी आए दिन सबका साथ सबका विकास का नारा देते रहते हैं। लेकिन अब शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी, लेकिन अब मैं ‘सबका साथ, सबका विकास’ और नहीं कहूंगा, इसके बजाए हम कहेंगे कि ‘जो हमारे साथ हम उनके साथ’, अल्पसंख्यक मोर्चे की भी कोई जरूरत नहीं है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 2024 में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी को 42 में से 29 सीटें मिली थी। बीजेपी को पश्चिम बंगाल में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन उनको सिर्फ 12 सीटों पर जीत मिली। बीजेपी पश्चिम बंगाल में संदेशखाली जैसे घटनाओं पर आक्रामक हुई थी लेकिन पार्टी को चुनाव में इसका फायदा नहीं मिला।