कोरोना वायरस आने के बाद पूरी दुनिया की रफ़्तार थम सी गई थी लेकिन कोरोना वैक्सीन आने के बाद दुनिया को थोड़ा रहत मिली है जिसके बाद देश के कुछ राज्यों में स्कूल- कॉलेज खोले जा रहे हैं।
बता दें कि गुजरात, हरियाणा, पंजाब और आंध्र प्रदेश समेत 10 राज्यों में एक फरवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं। वहीं, अब दिल्ली, यूपी, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और ओडिशा में भी फरवरी माह से स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
दिल्ली में 10वीं और 12वीं के स्कूल खुलने बाद अब सरकार ने 9वीं और 11वीं की कक्षाएं खोलने का ऐलान कर दिया है। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि 5 फरवरी से 9वीं और 11वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 10 महीने तक स्कूल और कॉलेज करना वायरस के कारण बंद थे और अब उन्हें परीक्षाओं और प्रैक्टिकल की तैयारियों के लिए खोला जा रहा है, इसलिए स्कूलों और कॉलेजों को दोबारा खोलने संबंधी पूरी व्यवस्था करना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को स्कूलों व कॉलेजों में जाकर कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। सैनिटाइजर की उपलब्धता हो। मास्क लगाना जरूरी हो।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्कूल खोलने का निर्देश भी नए सिरे से जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर कोविड अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा में दस दिन में कक्षा छह से 12 तक के स्कूल खोलने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री का रुख देखकर माना जा रहा है कि 12 फरवरी से उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल खुल जाएंगे।
पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने घोषणा करते हुए कहा है कि राज्य के स्कूल 12 फरवरी को कक्षा 9 से 12 तक के लिए फिर से खुलेंगे. कोविड-19 महामारी के कारण 16 मार्च से बंद चल रहे स्कूल 10 महीने बाद फिर से खुलेंगे कई अन्य राज्य भी आवश्यक सेफ्टी गाइडलाइन का पालन करते हुए इस महीने स्कूलों को फिर से खोल रहे हैं.
शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि स्कूलों को पूरी तरह से सेनिटाइज किया जा रहा है, इसलिए छात्रों और शिक्षकों को वायरस फैलने का खतरा नहीं है। कक्षाओं में भाग लेने के लिए माता-पिता की सहमति अनिवार्य होगी। साथ ही, छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं है।