समीर वानखेड़े की पत्नी ने उद्धव ठाकरे को दी महिला अस्मिता की दुहाई आर्यन खान ड्रग्स केस के बाद विवादों में आए एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े की पत्नी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से गुहार लगाई है।
समीर वानखेड़े की पत्नी ने एनसीपी नेता नवाब मलिक की ओर से हो रहे लगातार निजी हमलों और खुलासों से परेशान अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा है कि एक मराठी लड़की के तौर पर बचपन से ही वह शिवाजी और शिवसेना से यह सीखती रही है कि किसी पर ना तो अन्याय करो और ना ही अन्याय सहन करो।
मराठी फिल्मों की कलाकार क्रांति रेडकर ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि जनता के सामने रोजाना उनकी और उनके परिवार की इज्जत खाक में मिलाई जा रही है। छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों को मानने वाली शिवसेना के राज में एक महिला की अस्मिता को खिलौना बनाया जा रहा है।
Kranti Redkar Wankhede, Sameer Wankhede's wife writes to Maharashtra CM Uddhav Thackeray – "…We're being insulted before people every day. A woman's dignity is being toyed with in Chhatrapati Shivaji Maharaj' state. Had Balasaheb been here today, he wouldn't have liked it…" pic.twitter.com/rDOvzwCgBc
— ANI (@ANI) October 28, 2021
क्रांति रेडकर ने मुख्यमंत्री को इमोशनल होते हुए लिखा क्या आज अगर बालासाहेब जिंदा होते तो यह सब पसंद करते ? एक मराठी के नाते वह इस विश्वास के साथ उनकी तरफ देख रही है कि आप के रहते मेरे साथ अन्याय नहीं होगा।
बॉलीवुड के किंग कहलाने वाले शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार करने वाले समीर वानखेडे उस वक्त भारी विवादों में आ गए जब उद्धव ठाकरे कैबिनेट के मंत्री नवाब मलिक ने उनके खिलाफ कई चौंकाने वाले खुलासे किए। नवाब मलिक ने व्यक्तिगत एवं परिवारिक स्तर पर समीर वानखेडे के खिलाफ खुलासे करते हुए उनकी नौकरी तक छीनने की धमकी दे डाली।
क्रांति रेडकर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता एवं महाराष्ट्र सरकार में कद्दावर मंत्री नवाब मलिक के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि उनके पति के खिलाफ झूठे आरोप लगाते हुए घटिया स्तर की राजनीति की जा रही है।
वहीँ नवाब मलिक ने वानखेड़े पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनका जन्म मुस्लिम के रूप में हुआ तथा उनकी शादी एवं रहन सहन भी मुस्लिम रीति रिवाजों के अनुसार है लेकिन उन्होंने नौकरी पाने के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र के साथ जाली दस्तावेजों का उपयोग किया था ताकि आरक्षण के तहत नौकरी मिल सके।
वहीँ समीर वानखेडे का निकाह पढ़ाने वाले काजी ने भी मीडिया के सामने आकर नवाब मलिक के दावों की पुष्टि करते हुए कहा था कि निकाह के वक्त निकाह नाम पर समीर वानखेड़े का नाम समीर दाऊद वानखेड़े लिखा गया था। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नवाब मलिक ने अपने दावों की पुष्टि के लिए कई दस्तावेज भी जारी किए हैं।