आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया
उत्तर प्रदेश: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब आरएलडी को उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगा है। पार्टी के एक नेता इस्तीफा दे दिया है। वह बीते लंबे वक्त से पार्टी लाइन के बाहर जा रहे थे। आरएलडी और बीजेपी के बीच गठबंधन उस हुआ था हुआ था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दुसरे कार्यकाल में पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था। इसके बाद जयंत चौधरी ने बीजेपी के साथ आने के संकेत दिए थे। इसके कुछ दिन बाद गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया गया था।
इस गठबंधन के तहत आरएलडी को दो सीटें दी गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में बीजेपी की उत्तर प्रदेश में बड़ी हार हुई है। हालांकि इसके बाद भी जयंत चौधरी की पार्टी ने अपनी कोटे की दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की है। अब यूपी में एनडीए के साथ कुल चार दल हैं, इस गठबंधन में अपना दल, सुभासपा और निषाद पार्टी भी शामिल है।
लोकसभा चुनाव में आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी का बीजेपी के साथ आना उनकी पार्टी के कई नेताओं को रास नहीं आया। अब चुनाव के नतीजे आने के बाद नई सरकार में जयंत चौधरी मंत्री बन चुके हैं, लेकिन पार्टी में नाराज नेताओं ने बगावत भी तेज कर दी है। आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भूपेंद्र चौधरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
आरएलडी छोड़ने के ऐलान भूपेंद्र चौधरी ने सोशल मीडिया के जरिए किया। उन्होंने लिखा, ‘इन सालों में राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं – कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए स्नेह – सहयोग और सम्मान का मैं आभारी रहूंगा। भारी मन से आज मैं राष्ट्रीय लोकदल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा देता हूं। जय जवान जय किसान।
नई सरकार में जयंत चौधरी को मंत्री बनाया है। वह पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं। उन्हें एनडीए की सरकार में शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है। लेकिन उनकी पार्टी के कई नाराज नेता अब पूरी तरह बगावत पर उतर आए हैं। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में कुछ और नाराज नेता आरएलडी छोड़कर किसी और पार्टी में जा सकते हैं।