पंजाब, चुनाव आते ही नेताओं को याद आया राम रहीम बलात्कार के अपराध में जेल में बंद तथाकथित बाबा राम रहीम इन दिनों फिर चर्चा में है ।
पंजाब विधान सभा चुनावों के नजदीक आते ही नेताओं ने उसके आश्रम में हाजिरी देना शुरु कर दिया है। विवाद और अपराध अपनी जगह लेकिन राजनीति अपनी जगह, पंजाब के बहुत से नेताओं पर यह कहावत फिर से सटीक बैठ रही है जो अपनी सियासत चमकाने के लिए डेरा सच्चा सौदा की ओर दौड़ लगा रहे हैं । कमाल की बात यह है कि बाबा राम रहीम के अड्डे पर मत्था टेकने नेताओं में सभी दलों के लोग शामिल हैं।
विधानसभा चुनावों की घोषणा होने के बाद से अब तक, लगभग 10-12 नेता , मंत्री, संभावित उम्मीदवार आदि गुरमीत राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा में जाकर माथा टेक चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सभी प्रमुख राजनीतिक दलों से संबंधित नेता राम रहीम के पट्ठे की तरफ माता टेकने के लिए आ चुके हैं । राज्य सरकार चला रही कांग्रेस हो या केंद्रीय सत्ता में बैठी भाजपा जाकिर पंजाब की सत्ता में आने के लिए लालायित आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल मीडिया रिपोर्ट की माने तो इन सभी राजनीतिक धर्म से जुड़े लोग गुरमीत राम रहीम के आश्रम में माथा टेक चुके हैं ।
चुनाव की घोषणा होने के अगले दिन भाजपा के हरजीत ग्रेवाल और सुरजीत ज्ञानी डेरा सच्चा सौदा पहुंचते थे जबकि कांग्रेस के नेता और राज्य सरकार में मंत्री इंद्र सिंगला, साधु सिंह धरमसोत, हरमिंद्र जस्सी और मंगत राय बंसल भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं । आम आदमी पार्टी की ओर से भटिंडा शहर उम्मीदवार जगरूप गिल और शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार दिरबा गुलजार सिंह भी डेरा सच्चा सौदा ने माथा टेक चुके हैं।
यह सभी नेता सलाबत पुरा में 9 जनवरी को हुए सत्संग में शामिल हुए थे। हालांकि नेताओं ने अपनी यात्रा के पीछे राजनीति उद्दैश्य की बातों को खारिज कर दिया है वहीं सच्चा सौदा की ओर से भी इस खबर पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है। लेकिन फिर भी कहा जा रहा है कि इन नेताओं की आमद पूरी तरह से राजनितिक थी क्योंकि इस में डेरा सच्चा सौदा की राजनीतिक मामलों की समिति के राम सिंह और राज्य समिति के सदस्य भी मौजूद थे।
ध्यान देने वाली बात है कि ड़ेरा सच्चा सौदा अतीत में भी अपने समर्थकों और अनुयाईयों से किसी पार्टी विशेष के समर्थन में वोट करने की अपील करता रहा है। हालांकि अभी डेरा की ओर से यह संकेत नहीं दिया गया है कि वह इस बार अपने अनुयायियों को किसका साथ देने के लिए कहेगा। या फिर तटस्थ रहेगा।
पंजाब में डेरा सच्चा सौदा की करीब 84 शाखाएं हैं। इनमें से 11 शाखाएं सिर्फ बठिंडा जिले में हैं। पंजाब के मालवा क्षेत्र की 40 से अधिक सीटों पर डेरा सच्चा सौदा और उनके समर्थकों का असर है. इतना कि वह किसी भी उम्मीदवार की जीत-हार तय कर सकते हैं।