प्रधानमंत्री बताएं, नमाज़ में जिन्हें लात मारी गई वह किस परिवार से हैं: ओवैसी
दिल्ली के इंद्रपुरी इलाक़े में सड़क पर नमाज पढ़ रहे कुछ लोगों पर एक पुलिसकर्मी की कार्रवाई के आपत्तिजनक तौर-तरीकों से हंगामा हो गया था। नमाजियों को लात मारने का वीडियो सामने आने के बाद ऐसा करने वाले सब-इंस्पेक्टर की चौतरफा आलोचना की गई। जैसे ही घटना का कथित वीडियो वायरल हुआ, संबंधित पुलिस अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
कथित वीडियो में अधिकारी सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों को लात और थप्पड़ मारते हुए दिख रहा है। हेड कांस्टेबल को लोगों पर चिल्लाते हुए उन्हें उठने और क्षेत्र को छोड़ कर जाने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है। वहीं, अब इस घटना को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सवाल किया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में कल जुमे की नमाज अदा की जा रही थी। लोग सड़क पर नमाज पढ़ रहे थे, जो कि देखने को मिलता है। दुनिया ने देखा है कि किस तरह से एक पुलिसकर्मी एक नमाजी जो सजदे में है, उसे लात मार रहा है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि किस तरह से मुस्लिमों के खिलाफ नफरत पैदा कर दी गई है। किस तरह से पुलिस के भीतर भी मुस्लिमों को लेकर नफरत है। ये एक ऐसी घटना है, जिसने सबको झकझोर दिया है।
उन्होंने आगे सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि भारत के मुसलमानों के ताल्लुक किस परिवार से है? ओवैसी ने इन दिनों ‘मोदी का परिवार’ अभियान को लेकर ये बात कही।
हैदराबाद सांसद ने आगे कहा, ‘इस घटना ने दिखाया है कि मुस्लिमों की इस देश में कितनी इज्जत हो रही है। दिल्ली के कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के पास आती है। इसलिए मैं प्रधानमंत्री मोदी से सवाल करना चाहता हूं कि जिस। नमाजी को लात मारी गई, वो किस परिवार से है? आखिर भारत के 17 करोड़ मुस्लिमों की बेइज्जती क्यों की जा रही है? ये सब देखकर बहुत तकलीफ होती है। हमें उम्मीद है कि ऊपर वाले की रहम से जल्द चीजें बदलेंगी।