प्रधानमंत्री ने देश को, बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी और जुमलेबाजी दी है: तेजस्वी
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के घोषणा पत्र में महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी को हटाने या कम करने का ज़िक्र नहीं है. पटना में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान यादव ने दावा किया, “भाजपा के घोषणा पत्र में कहीं भी नौकरी और रोजगार का ज़िक्र नहीं है और ना ही महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी को हटाने अथवा कम करने का ज़िक्र है।
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान जहां अपनी सरकार की उपलब्धियों से जनता को वाकिफ कराया, वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हमने सत्ता में रहने के दौरान हर क्षेत्र को विकसित करने की दिशा में काम किया है। सत्ता में रहते हुए हमने लाखों युवाओं को नौकरियां दीं, मानदेय बढ़ाया। जाति आधारित जनगणना कराई। आरक्षण की सीमा को बढ़ाया।
तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार में पहली बार 50 हजार करोड़ के निवेश का एमओयू साइन हुआ है। यह उनको जंगल राज नजर आ रहा है, तो मैं क्या कर सकता हूं? हम लोग को गाली देने के बजाए 10 साल में उन्होंने जो वादा किया था, वह बिहार के लिए क्या किया? उनके मेनिफेस्टो में बिहार का जिक्र क्यों नहीं है? प्रधानमंत्री ने केवल चार चीज — बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी और जुमलेबाजी दी है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के घोषणा पत्र में देश के 60 फ़ीसदी युवाओं, 80 प्रतिशत किसानों और देश के लगभग छह लाख 40 हजार से अधिक गांवों के लिए कुछ भी नहीं है। यादव ने कहा कि बिहार सहित देश के पिछड़े और गरीब राज्यों के विकास एवं उत्थान के लिए भी भाजपा के घोषणा पत्र में कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि जिन राज्यों से लोकसभा के सबसे अधिक सांसद आते हैं, उन राज्यों के विकास के लिये भी घोषणा पत्र में कुछ नहीं है। राजद नेता ने आरोप लगाया कि वे (भाजपा नेता) अपने घोषणा पत्र में नौकरी, रोजगार, युवा, किसान, जवान और गांव को पूर्णत: भूल गए हैं।