हैदराबाद से लोकसभा के तेज़तर्रार सांसद और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात में अपने अभियान की शुरुआत करते हुए स्थानीय निकाय के आगामी चुनावों के लिए एक रैली को संबोधित किया।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह प्रदर्शनकारी किसानों को अपने निवास पर उसी तरह से आमंत्रित करें जिस तरह से उन्होंने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेजबानी की थी ।
गुजरात में एक रैली को संबोधित करते हुए हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने मोदी से कहा कि वह नए कृषि कानूनों को निरस्त करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ”बड़े दिल” वाले बनें और उन किसानों का ”दर्द समझें” जो कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
याद रहे कि ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) गुजरात में अहमदाबाद और भरूच में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है।
सांसद ओवैसी ने कहा कि, जिस तरह से किसानों के साथ व्यवहार किया जा रहा है, वह सही नहीं है, यह गलत है। प्रधानमंत्री को किसानों को अपने निवास पर आमंत्रित करना चाहिए, जैसे उन्होंने बराक ओबामा को 2015 में अपने हाथों से चाय पेश की थी। हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री किसानों को आमंत्रित करेंगे, उन्हें चाय और बिस्कुट देंगे और उनसे कहेंगे कि कृषि कानूनों को निरस्त किया जा रहा है और यह कि उन्हें खुश होना चाहिए।
असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दावा करते हैं कि उन्होंने गरीबी देखी है तो प्रधानमंत्री को देश को खिलाने वाले किसानों की दुर्दशा समझनी चाहिए। जब एक गरीब व्यक्ति असहाय होकर रोता है, तो प्रकृति हमें गरीबों की मदद करने के लिए कहती है, लेकिन जिनकी गरीबों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है, वे गरीबों के आंसुओं से अप्रभावित रहते हैं। हम किसानों के साथ हैं, वे हमारे अन्नदाता हैं। वे हमें भोजन मुहैया कराने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
ओवैसी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि किसानों के भारी विरोध ने प्रधानमंत्री मोदी की नींद उड़ा दी है। 300 सांसदों वाली भाजपा चिंतित है कि वह किसानों से कैसे निपटे।