सिर्फ एक समाज हालात को नहीं बदल सकता, सबको साथ लेना होगा: मनोज जरांगे
मराठा सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने घोषणा की है कि वे 30 नवंबर को यह निर्णय सुनाएंगे कि मराठा समाज को विधानसभा चुनाव में किन उम्मीदवारों का समर्थन करना है। ध्यान रहे कि 29 नवंबर को चुनाव के नामांकन भरने की आखिरी तारीख है। संभावना है कि सभी जमा किए गए नामांकन पत्रों की समीक्षा करने के बाद जरांगे उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करेंगे।
गुरुवार शाम को मनोज जरांगे ने जलना में एक सभा को संबोधित किया, जहाँ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीति को बदलने के लिए सिर्फ एक समाज की एकता से काम नहीं चलेगा, बल्कि अपने साथ अन्य कई समाजों को मिलाना होगा, तभी कोई बदलाव आ सकता है। उन्होंने कहा, “मुझसे कहा जा रहा है कि मैं अपनी तरफ से उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करूं, लेकिन मैंने लोगों से कह दिया है कि उम्मीदवार आप प्रस्तुत कीजिए, हम उन उम्मीदवारों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करेंगे और उसके बाद अपना समर्थन घोषित करेंगे।”
जरांगे ने बताया कि “कई पार्टियों के बागी उम्मीदवार और कई ऐसे नेता जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया, वे भी मेरे पास आए लेकिन मैंने अब तक किसी का समर्थन करने का वादा नहीं किया है।” उन्होंने कहा, “लोगों को अब हमसे उम्मीद हो चली है कि हम उन्हें न्याय दिलाने के लिए आगे बढ़ेगे।” जरांगे के अनुसार, “आज मैंने विदर्भ और पश्चिमी महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों से आए लोगों से मुलाकात की। अभी और लोग हैं जिनसे मुझे मुलाकात करनी है। अगर मुझे लोगों से मिलने के लिए पूरी रात जागना पड़े तब भी मैं पीछे नहीं हटूंगा।”
मराठा कार्यकर्ता ने दावा किया कि कुछ जिलों से 50-50 उम्मीदवार हैं तो कुछ ज़िलों से 12 या 15 उम्मीदवार हैं। हम जिसका समर्थन करेंगे वही उम्मीदवार सफल होगा और इनके (बीजेपी) सारे उम्मीदवार हार जाएंगे। उन्होंने कहा, “मुझे राजनीति के मायने बदलने हैं। अब 100% सामाजिक सेवा होगी। हमें किसानों और उनके बच्चों की आँखों से आँसू पोंछने हैं। इसके लिए जनता का एकजुट होना बेहद जरूरी है।”