‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ केवल उलझाने के लिए खिलौना है: कमलनाथ
नई दिल्ली: मोदी सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए ‘एक देश, एक चुनाव’ को लेकर रामनाथ कोविंद पैनल के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कोविंद पैनल को अपनी राय देने वाले 47 राजनीतिक दलों में से 32 ने इसका समर्थन किया और 15 ने इसका विरोध किया। एनडीए की सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी, जिसने पैनल को अपनी राय नहीं दी थी, उसने अब कहा है कि वह सैद्धांतिक रूप से इस कदम का समर्थन करती है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जहाँ इस पर रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है, वहीं विपक्ष ने इस रिपोर्ट का विरोध किया है। विपक्ष ने कहा है कि ‘एक देश, एक चुनाव’ केवल ध्यान भटकाने के लिए भाजपा की चाल है। उन्होंने इसे संघवाद के ख़िलाफ़ बताया है और कहा है कि यह देश हित में नहीं है। विपक्ष की यह प्रतिक्रिया तब आई जब केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाले पैनल की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया है।
कांग्रेस ने कहा है कि यह योजना व्यावहारिक नहीं है। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे ‘जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश’ बताया है। खड़गे ने हरियाणा के लिए घोषणापत्र जारी करते हुए कहा, ‘जब चुनाव आते हैं, तो उन्हें उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं मिलता। इसलिए वे वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाते हैं।’ बाद में उन्होंने एक्स पर भी कुछ ऐसी ही बात कही।
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर कोविंद समिति की सिफारिशों को मंजूरी बाद सियासत तेज हो चली है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने इस प्रस्ताव पर ऐतराज जताया है।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा कि, पीएम मोदी के पास कुछ बचा नहीं है। इसलिए वो इस तरह के कदम उठा रहे हैं। वो केवल और केवल राहुल गांधी की झूठी आलोचना कर रहे है। मैं नहीं मानता कि वन नेशन, वन इलेक्शन प्रैक्टिकल तरीके से लागू हो पाएगा। मान लीजिए इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आ जाए और लोकसभा को भंग करनी पड़े तो वो क्या करेंगे। ये सबको उलझाने के लिए पीएम मोदी का एक खिलौना है।
वहीं वन नेशन, वन इलेक्शन प्रस्ताव की मंजूरी के बाद कांग्रेस नेता और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत कहा कि, ये व्यावहारिक नहीं है। क्या चुनी हुई राज्य सरकार को गिराया जाएगा? इस मुद्दे पर भाजपा के लोग ही बवाल मचाएंगे। चुनावी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ये चीजें लगातार की जाती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि “चुनावी मुद्दे अभी बेरोजगारी, महंगाई और असामाजिक असमानता है। तंज कसते हुए आगे कहा कि भाजपा के कुछ नफरती चिंटू हमारे नेता राहुल गांधी के खिलाफ हिंसा और नफरत की बात कर रहे हैं, उससे देश में आक्रोश है और इससे ध्यान भटकाने के लिए इसको लाया गया है। ये हॉट एयर बैलून हैं, जो समय-समय पर छोड़े जाते हैं।”