नीतीश जी ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है: तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि नीतीश कुमार अब राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बल्कि ‘डमी मुख्यमंत्री’ बनकर रह गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में सरकार चलाने का असली काम कुछ नेता और अधिकारी कर रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार ‘कैद’ हैं और निर्णय लेने की स्थिति में नहीं हैं।
पटना में पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कोई सरकार है ही नहीं। जो सरकार है उसे होश ही नहीं है। उन्होंने किसी भी प्रकार के सियासी उलटफेर से इनकार करते हुए इस तरह की चर्चाओं को “बेकार की बातें” करार दिया और कहा कि इसमें “कोई दम नहीं है”। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार होश में ही नहीं हैं और उनसे बिहार ही नहीं चल रहा है।
तेजस्वी यादव ने 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा, ”एक सेंटर का परीक्षा रद्द होना उचित नहीं है, पूरे बिहार में परीक्षा को रद्द करना चाहिए। छात्रों पर लाठीचार्ज कर यह सरकार किस तरह से काम कर रही है? यह तो डबल इंजन की सरकार का चेहरा है, जो लाठी डंडे से चल रही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री यात्रा पर निकले हैं, लेकिन कोई संवाद नहीं है। कोई पत्र का भी जवाब नहीं दे रहे। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पत्र का भी जवाब भी संजय झा दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अब होश में नहीं हैं। उनके चेहरे को आगे करके सरकार चलाई जा रही है। यही सच्चाई है।
बता दें कि, बिहार विधानसभा चुनाव में मुश्किल से 7-8 महीने का समय बचा है। इस राजनीतिक चर्चा की शुरुआत तब हुई जब एक कॉन्क्लेव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह से पूछा गया कि बिहार में बीजेपी की रणनीति क्या होगी और नेता कौन होगा? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि इस पर फैसला बीजेपी का पार्लियामेंट बोर्ड करेगा।
यह बयान चौंकाने वाला इसलिए था क्योंकि इससे पहले एनडीए और बीजेपी के नेता बार-बार यह कहते आए थे कि बिहार में एनडीए के नेता नीतीश कुमार ही रहेंगे। अमित शाह के इस बयान के बाद जेडीयू के नेताओं में संशय पैदा हो गया।