पीड़िता, आरोपी और मामले को बढ़ावा देने वाले भाजपा नेताओं का नारको टेस्ट होना चाहिए: शिवपाल यादव

पीड़िता, आरोपी और मामले को बढ़ावा देने वाले भाजपा नेताओं का नारको टेस्ट होना चाहिए: शिवपाल यादव

अयोध्या बलात्कार मामला: अयोध्या में बलात्कार के मामले को भाजपा के नेता जिस तरह से तूल दे रहे हैं, उस पर समाजवादी पार्टी ने अब खुल कर बोलना शुरू कर दिया है। एक दिन पहले अखिलेश यादव द्वारा इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने के बाद अब समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता शिवपाल यादव और सांसद अफजाल अंसारी ने भी भाजपा को निशाने पर लिया है।

जहां जहां उपचुनाव होने वाले हैं, सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने अयोध्या में 12 साल की लड़की के बलात्कार की घटना को लेकर कड़ा बयान दिया है। शिवपाल यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए पीड़िता, आरोपियों और मामले को तूल देने वाले भाजपा नेताओं के नारको टेस्ट की मांग की है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में चूंकि उपचुनाव होने वाले हैं, इसलिए इस मामले को जरूरत से ज्यादा बड़ा किया जा रहा है और इस पर सुर्खियाँ बटोरी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उन सभी क्षेत्रों में जहाँ आगामी कुछ समय में उपचुनाव होने वाले हैं, सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए।

मुख्यमंत्री का किसी एक वर्ग को बदनाम करना किसी भी तरह से सही नहीं
शिवपाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री का किसी एक वर्ग को बदनाम करना किसी भी तरह से सही नहीं है। वे किसी एक विशेष वर्ग के नहीं बल्कि पूरे राज्य के मुख्यमंत्री हैं। ज्यादती कहीं भी हो, मामला कैसा भी हो और इसमें शामिल कोई भी हो, उसके खिलाफ ईमानदारी से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, व्यक्ति और उसकी जाति व धर्म देखकर कार्रवाई किसी भी तरह से उचित नहीं है।

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक बयान का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनका भी नारको टेस्ट होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि संवेदनशील मुद्दों पर सस्ती राजनीति कौन कर रहा है। एक दिन पहले केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि “बलात्कार के आरोपियों को बचाना समाजवादी पार्टी की फितरत है। अगर आरोपी मुसलमान हो तो उस स्थिति में पूरा ‘सैफई परिवार’ खूंटा गाड़ कर बैठ जाता है।”

गौरतलब है कि इस मामले में मोईद खान नामक जिस व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है, वह समाजवादी पार्टी का एक नेता है। आरोपी के परिवार और उसके करीबी साथियों ने भी इस आरोप को बेबुनियाद बताते हुए इस मामले में नारको टेस्ट की मांग की है लेकिन भाजपा आरोपी को, अपराधी मानकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई पर आमादा है। इसी कोशिश के तहत शनिवार को मोईद खान के घर और बेकरी पर बुलडोजर चला दिया गया था।

अयोध्या की आड़ में गाज़ीपुर में ढाई साल की बच्ची के बलात्कार को नहीं भूलना चाहिए: अफ़ज़ाल अंसारी
शिवपाल यादव की तरह गाज़ीपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने भी भाजपा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने भी इस घटना को अयोध्या के उपचुनाव से जोड़कर देखते हुए सरकार से सवाल किया कि अयोध्या को इतना बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने वाले गाज़ीपुर की बात क्यों नहीं करते जहां ढाई साल की बच्ची के साथ ज्यादती हुई है? उन्होंने कहा कि अयोध्या घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है लेकिन उसकी आड़ में गाज़ीपुर में ढाई साल की बच्ची के बलात्कार को नहीं भूलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इसी तरह बलात्कार का एक और मामला भी सामने आया है, भाजपा इस मामले पर भी पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि दोनों मामलों में भाजपा के लोग शामिल हैं। अफजाल अंसारी ने बताया कि “पहले मामले में अशोक सिंह ब्लू नामक एक हिस्ट्रीशीटर आरोपी है जबकि दूसरे मामले का आरोपी अरुण कुमार सिंह नामक एक टीटीई है और दोनों का संबंध भाजपा से है।” सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक दिन पहले कहा था कि अदालत को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं पर राजनीति करने वालों की योजना सफल न हो पाए।

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