अफ़ग़ानिस्तान के बारे भारत की नीति को बताए मोदी सरकार: कांग्रेस
तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा करने के बाद के हालात पर कांग्रेस ने चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को “रहस्यमय चुप्पी” तोड़नी चाहिए और देश को बताना चाहिए कि इस पड़ोसी देश के प्रति उनकी भविष्य की नीति क्या है?
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से ये भी सवाल किया कि अफ़ग़ानिस्तान से भारतीय राजनयिकों और नागरिकों की सुरक्षित वापसी की भारत सरकार ने क्या योजना बनाई है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस नरेंद्र मोदी सरकार से एक मजबूत रणनीति और कूटनीतिक प्रक्रिया की उम्मीद करती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा: “अफ़ग़ानिस्तान की स्थिति ने बहुत खतरनाक मोड़ ले लिया है। अफ़ग़ानिस्तान में भारत की रणनीतिक नीति दांव पर हमारे राजनयिकों और नागरिकों की सुरक्षा दांव पर है। कांग्रेस देश के हितों की रक्षा के लिए हर कदम पर खड़ी है।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जोर देकर कहा, “जब अफ़ग़ानिस्तान की सरकार चली गई है और तालिबान ने सत्ता पर कब्जा कर लिया है, तो भारत सरकार की रणनीति क्या है?” उन्होंने आरोप लगाया, “इन परिस्थितियों में नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की चुप्पी अपने आप में चिंता का विषय है और एक रहस्य है।”
कांग्रेस ने ये भी दावा किया, “मोदी सरकार ने हमारे राजनयिकों और नागरिकों को वापस लाने की कोई योजना नहीं बनाई है ये सरकार की अपनी जिम्मेदारियों से विफलता का एक स्पष्ट उदाहरण है।” मोदी सरकार की इस कमी को स्वीकार नहीं किया जा सकता है।” उनके मुताबिक कई आतंकी संगठन पाकिस्तान की मदद से भारत विरोधी गतिविधियां करते हैं, ऐसे में मोदी सरकार की ‘चुप्पी’ चिंता का विषय है.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा: “प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री को आगे आकर देश को बताना चाहिए कि कैसे हमारे राजनयिकों और नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया जाएगा।” और अफ़ग़ानिस्तान के लिए हमारी भविष्य की रणनीति क्या होगी?