आइजोल से मैतेई लोगों को एयरलिफ्ट करेगी मिजोरम सरकार
मणिपुर में दंगाइयों के एक समूह द्वारा दो महिलाओं को नग्न घुमाने का वीडियो वायरल होने के बाद मणिपुर में तनाव बढ़ गया है। बढ़ते तनाव के बीच अब मिजोरम सरकार ने राज्य में रहने वाले मैतेई समुदाय के लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और उनसे अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा।
राज्य सरकार द्वारा यह आश्वासन मिजोरम के एक पूर्व-उग्रवादी संगठन की ‘सलाह’ के बाद आया, जिसमें उन्होंने मैतेई समुदाय के लोगों को मिजोरम छोड़ने के लिए कहा था। एक आधिकारिक बयान मुताबिक, राज्य के गृह आयुक्त एवं सचिव एच. लालेंगमाविया ने मैतेई समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया। इसी बीच खबर है कि सरकार मिजोरम से मैतेई लोगों को एयरलिफ्ट करने की योजना बना रही है।
पत्र में कहा गया है, मणिपुर में दो आदिवासी कुकी-जो पर बेरहमी से हमला किए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद मैतेई के खिलाफ सार्वजनिक आक्रोश भड़कने की आशंका है। इससे आइजोल में रहने वाले मैतेई की सुरक्षा खतरे में आ गई है। आइजोल में मैतेई की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
दरअसल, मिजोरम के मिजो लोगों का मणिपुर के कुकी-ज़ोमिस के साथ एक गहरा जातीय बंधन है और पड़ोसी राज्य में इन समुदायों के विकास पर भी करीब से नजर रखते हैं। बीते 3 मई को हिंसा शुरू होने के बाद से मणिपुर के 12,584 कुकी-ज़ोमी लोगों ने मिजोरम में शरण मांगी है। मिजोरम में पीस एकॉर्ड एमएनएफ रिटर्नीज़ एसोसिएशन मिज़ो नेशनल फ्रंट मिलिटेंट्स का एक इकाई संगठन है। यह संगठन कुकी और जोमी समुदाय की महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना को लेकर काफी आक्रोशित है।
पत्र के अनुसार, वेटी कॉलेज, सेलेसिह; मिज़ोरम विश्वविद्यालय, तन्ह्रिल; रिपन्स, ज़ेमाबाक और जेडएमसी, फाल्कन में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इंडिया टुडे एनई से आइजोल में रहने वाले मैतेई छात्रों में से एक ने बात की और बताया कि सरकार द्वारा आइजोल से मैतई लोगों को एयरलिफ्ट करने की योजना है, लेकिन कब निकाला जाएगा, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है।
एक बयान जारी कर संगठन ने मिजोरम में रहने वाले मैतई समुदाय के लोगों को खुली धमकी दी थी। संगठन ने मिजोरम में रहने वाले मैतई लोगों को धमकी देते हुए कहा था कि अपनी सुरक्षा के लिए जितना जल्दी हो सके, राज्य छोड़ दें। बयान में कहा गया है कि मणिपुर में कुकी और जोमी समुदाय की दो महिलाओं के साथ हुई वीभत्स घटना से मिजो लोगों की भावनाएं बहुत आहत हुई हैं और इसलिए अब यहां मैतई लोगों का रहना सुरक्षित नहीं है।
मिजोरम की राजधानी आइजोल में लगभग 2,000 मैतेई लोग रहते हैं, जिनमें सरकारी कर्मचारी, छात्र और श्रमिक शामिल हैं। उनमें से कई असम की बराक घाटी से हैं।