मोहम्मद साहब के अपमान के विरुद्ध FIR के लिए मौलाना कल्बे जवाद ने तहरीर दी

मोहम्मद साहब के अपमान के विरुद्ध FIR के लिए मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने तहरीर दी

हज़रत पैग़म्बर मोहम्मद साहब के अपमान के विरुद्ध और मोहम्मद नामी पुस्तिका को बैन करने के लिए वसीम रिज़वी के खि़लाफ मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने दूसरे भी धर्म गुरुओं के साथ आज चौक कोतवाली में एफ.आई.आर के लिए तहरीर दी।

मौलाना कल्बे जवाद ने कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा हैं कि वसीम पर पहले से ही विभिन्न शहरों में गंभीर प्रावधानों के तहत मामले दर्ज है, अब उसने ’मोहम्मद’ नामक पुस्तक लिखकर हज़रत मुहम्मद साहब का अपमान करने की कोशिश की हैं। उसने पुस्तक में ऐसी बातें लिखी हैं जो अभद्र,अश्लील और ऐतिहासिक तथ्यों के खि़लाफ हैं। उसने मुसलमानों की भावनाओं को भड़काने, देश में अशांति फैलाने और सांप्रदायिक दंगे भडकाने के लिए इस पुस्तक को लिखा हैं। उसने पुस्तक के कवर पर हज़रत पैग़म्बर मोहम्मद साहब की तस्वीर दी है जबकि आज तक हज़रत पैग़म्बर मुहम्मद साहब की तस्वीर नहीं बनी और न बनाई गयी। उसने अपने शरारती सहयोगियों की मदद से ऐसा किया है जो उसके भ्रष्टाचार में समान रूप से शामिल हैं।

हज़रत पैग़म्बर मोहम्मद साहब की तस्वीर के साथ एक भड़काऊ और अश्लील तस्वीर भी पेश की गई है, जिससे मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उसने हज़रत पैग़म्बर मुहम्मद साहब की ज़ात पर विभिन्न आरोप लगाए हैं जिनसे मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश की गई है।

मौलाना ने लिखा कि इस पुस्तक के आधार पर हमारे देश की विश्व स्तर पर बदनामी हो रहीं हैं। खासकर मुस्लिम देश जिनका भारत से गहरा संबंध है, इन देशों के साथ हमारे संबंध इस पुस्तिका के आधार पर प्रभावित होंगे। इसलिए इस पुस्तिका पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए और इसकी प्रतियां बाज़ार में बिकने से रोकी जाए। साथ ही वसीम रिज़वी के खिलाफ गंभीर प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया जाए और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।

मौलाना जवाद ने लिखा है कि वसीम पहले भी क़ुरान का अपमान कर चुका हैं जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। वसीम ने हज़रत पैग़म्बर मुहम्मद साहब की एक अश्लील तस्वीर प्रकाशित की है और और पुस्तिका में आपत्तिजनक, अश्लील, भड़काऊ और झूठे तथ्य हैं ताकि देश में सांप्रदायिक दंगो को हवा दी जा सके। इसलिए उसके खि़लाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। इसलिए उसके द्वारा लिखी गई पुस्तिका को तत्काल ज़ब्त किया जाए और उस पर पाबन्दी लगयी जाये तथा वसीम और उसके साथियों के खिलाफ गंभीर प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा जाए।

कोतवाली में तहरीर देते समय मौलाना कल्बे जवाद नक़वी के साथ मौलाना सैय्यद रज़ा हुसैन रिज़वी, मौलाना सैय्यद रज़ा हैदर, मौलाना निसार अहमद ज़ैन पुरी, मौलाना हैदर अब्बास रिज़वी, मौलाना नक़ी अस्करी, मौलाना सैय्यद तसनीम मेहदी, मौलाना काज़िम अब्बास, मौलाना सैय्यद तनवीर अब्बास, मौलाना ज़व्वार हुसैन, मौलाना शबाहत हुसैन, मौलाना फ़िरोज़ हुसैन, मौलाना शाहिद हुसैन, मौलाना फ़ैज़ अब्बास मशहदी, मौलाना मुहम्मद मूसा रिज़वी, मौलाना मुहम्मद वसी, मौलाना मनज़र अब्बास, मौलाना नज़र अब्बास और अन्य लोग मौजूद थे।

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