पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के नेतृत्व में भाजपा के कड़े प्रहारों के बावजूद ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बंगाल (West Bengal) पर न केवल अपनी सत्ता का क़ब्ज़ा बरक़रार रखा बल्कि सबसे बड़ी पार्टी बनकर बाक़ी पार्टियों को यह संदेश भी दिया कि भाजपा को रोकना और उसे चुनाव में औंधे मुँह गिराना ना मुमकिन नहीं है, बंगाल के इस चुनाव परिणाम का सभी विपक्षी दलों ने स्वागत किया है।
ममता बनर्जी के नेतृत्व में TMC की ज़बर्दस्त जीत ने पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होने वाले चुनाव में जहां एक तरफ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई कैबिनेट मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों समेत जहां पूरी ताक़त झोंक दी दो दूसरी तरफ़ ममता बनर्जी ने उनका अकेले मुक़ाबला करते हुए अपनी पार्टी को 214 सीटों पर विजय दिलाई।
भाजपा को जीत तो बड़ी मिली लेकिन अमित शाह का दावा ग़लत साबित हुए
भाजपा ने जिस 2016 के विधानसभा के चुनाव में बंगाल में केवल 3 सीटें जीती थीं, वहाँ 77 सीटें जीत कर आना बहुत बड़ी कामयाबी है।, लेकिन अमित शाह के उन दावों के आगे यह कामयाबी फीकी पड़ गई जिसमें उन्होंने 200 से अधिक सीटों पर क़ब्ज़ा करने की बात कही थी, इसके साथ ही जिस जुनून, जोश और कट्टरता के साथ भाजपा ने चुनाव लड़ा उसके आगे यह यह कामयाबी फीकी दिखाई दे रही है।
सारे आंकड़ें और सर्वे फ़ेल
ममता बनर्जी ने बंगाल में फिर से ऐतिहासिक विजय हासिल कर के सभी आकडों और सर्वे को ग़लत साबित कर दिया, अधिकतर सर्वे में TMC और भाजपा में कांटे की टक्कर बताया गया था और कहा गया था कि TMC ही बड़ी पार्टी बन कर सामने आएगी लेकिन नतीजे जब आए तो सारे सर्वे धरे रह गए क्योंकि TMC के सामने भाजपा दूर दूर तक दिखाई नहीं देती।