महाराष्ट्र सरकार का कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री करने से इंकार

महाराष्ट्र सरकार का कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री करने से इंकार

महाराष्ट्र सरकार में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने भाजपा विधायकों की द कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री करने की मांग को ठुकरा दिया है, जिससे एक बार फिर राज्य की सियासत गरमा गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भाजपा के 92 विधायकों ने मंगलवार को हस्ताक्षर कर एक पत्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजा था जिसमें मांग की गई थी कि राज्य में विवादास्पद फिल्म कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री किया जाए।

भाजपा विधायकों की मांग पर जवाब देते हुए महाराष्ट्र विधानसभा में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि अगर यह फिल्म इतनी अच्छी है तो इसे महाराष्ट्र में ही क्यों टैक्स फ्री होना चाहिए ? इसे तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक टैक्स फ्री होना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अगर चाहे तो वह ऐसा कर सकती है।

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भाजपा नेताओं की मांग को ठुकराते हुए कहा कि जीएसटी के माध्यम से जो टैक्स इकट्ठा किया जाता है उसका एक हिस्सा एसजीएसटी के तौर पर राज्य सरकार के कहते में आता है और दूसरा हिस्सा सीजीएसटी के तौर पर केंद्र सरकार के खजाने में जाता है। केंद्र सरकार चाहे तो द कश्मीर फाइल्स को सीजीएसटी के अंतर्गत छूट देकर देश भर में टैक्स फ्री कर सकती है।

महाराष्ट्र सरकार के द कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री न करने के निर्णय पर प्रहार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महा विकास आघाडी सरकार कांग्रेस के दबाव में काम कर रही है। यही कारण है कि महाराष्ट्र सरकार कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि बाला साहेब ठाकरे की भूमिका और उद्धव ठाकरे के बर्ताव में काफी फर्क है। अगर सच्चाई देश के सामने आ रही है तो इन्हें मिर्ची क्यों लग रही है। सच्चाई यह है कि ठाकरे सरकार कांग्रेस के दबाव में काम कर रही है।

याद रहे कि इससे पहले द कश्मीर फाइल्स पर भाजपा की राजनीति पर पलटवार करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर कोई विवाद नहीं है, लेकिन जिस प्रकार भाजपा लोगों को बुला बुलाकर थियेटर्स में यह मूवी दिखा रही है और खुद प्रधानमंत्री मोदी इस फिल्म के प्रचारक बन बैठे हैं हमें इस राजनीतिक एजेंडे पर आपत्ति है।

राउत ने कहा कि जिस समय अन्य लोग आतंकियों के डर से घरों में छुप कर बैठ गए थे बालासाहेब ठाकरे देश के अकेले नेता थे जिन्होंने कश्मीरी पंडितों का दर्द समझा और उनके हाथों में एके-47 थमाए जाने की बात की थी। बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र में उनके बच्चों को शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराई। राउत ने भाजपा से सवाल किया कि बताओ महाराष्ट्र के अलावा किसी और राज्य ने कश्मीरी पंडितों के लिए क्या किया है।

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