केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राफा शरणार्थी शिविर पर इज़रायली हमलों की निंदा की
केरल के मुख्यमंत्री और अनुभवी मार्क्सवादी नेता पिनाराई विजयन ने आज ग़ाज़ा में इज़रायल के लगातार हमलों की निंदा की और दुनिया भर के साम्राज्यवाद-विरोधी और शांतिप्रिय लोगों से “भय और आतंक” के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में रविवार को राफा शरणार्थी शिविर पर इज़रायल की बमबारी की खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि इज़रायली बलों ने गाजा में साम्राज्यवादी अत्याचार जारी रखे हैं जिसने दुनिया भर के लोगों की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है।
उन्होंने आगे लिखा है कि राफा में हिंसा खत्म करने के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के आदेश के बाद यह हमला किया गया है। इज़रायली अत्याचारों के कारण अब तक 36 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इज़रायली कब्जे के खिलाफ दुनिया भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसे अमेरिकी साम्राज्यवाद का समर्थन प्राप्त है। इजराइल को इन विरोध प्रदर्शनों से कोई फर्क नहीं पड़ा, वह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के आदेश के बाद भी अपने सैन्य हमले जारी रखे हुए है।
पिनाराई विजयन ने अपील की कि दुनिया भर में साम्राज्यवाद का विरोध करने वाले और शांति का समर्थन करने वाले लोगों को इस भय और आतंक के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। गाजा के नागरिकों को उनके वास्तविक जीवन में लौटने का मौका दिया जाना चाहिए। बता दें कि राफा शरणार्थी शिविर पर इज़रायल की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है।
राफा शरणार्थी शिविर पर हमले के बाद इज़रायल की क्रूरता और उसका घिनौना चेहरा खुलकर सबके सामने आ गया है। यह बात सभी के समझ में आ चुकी है कि, इज़रायल हमास के बहाने पूरे फिलिस्तीन को ख़त्म करके पूरा क्षेत्र अपने क़ब्ज़े में लेना चाहता है। यह भी वास्तविकता है कि इज़रायल केवल अत्याचार और अतिक्रमण करता है। उसके नज़दीक मनुष्य के जीवन की कोई हैसियत नहीं है।
नेतन्याहू ने ग़ाज़ा पट्टी और राफा में जो क्रूरता दिखाई है और वहां के नागरिकों के लिए उनके शहर और उनके घर को जो क़ब्रिस्तान बनाया है उसके बाद उनके विरुद्ध इज़रायल और यूरोप में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। अब यह कहा जा सकता है कि, नेतन्याहू इज़रायल को एक अतिक्रमणकारी देश बनाना चाहते हैं।