कर्नाटक, हिजाब पहनी छात्राओं को परीक्षा देने से रोका
भाजपा शासित कर्नाटक में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भाजपा की भेदभाव पूर्ण नीति एवं समाज को बांटने वाली हरकतों में कोई कमी नहीं आ रही है। कर्नाटक राज्य में हिजाब के समर्थन में याचिका दायर करने वाली दो छात्राओं को हिजाब पहनकर परीक्षा देने की अनुमति देने से इंकार कर दिया गया है। दोनों छात्राओं को परीक्षा दिए बगैर कॉलेज से घर लौटने के लिए विवश होना पड़ा।
छात्राओं ने परीक्षा केंद्र में हिजाब पहनने की अनुमति मांगने के लिए याचिका दायर की थी। दोनों छात्राओं ने आज भी बोर्ड एग्जाम में हिजाब पहनकर बैठने की अनुमति मांगी थी लेकिन उन्हें हिजाब के साथ परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया जिसके बाद दोनों छात्राओं को परीक्षा केंद्र से वापस लौटना पड़ा। शुक्रवार से शुरू हुई पीयूसी परीक्षा 18 मई, 2022 तक चलेंगी। आज पहला पेपर बिजनेस स्टडी के विषय का था। राज्यभर में निर्धारित कुल 1,076 परीक्षा केंद्रों पर 6.84 लाख छात्र -छात्राएं इसमें शामिल हो रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक आलिया और रेशम बुर्का पहनकर ऑटो रिक्शा से परीक्षा केंद्र पर पहुंची और कॉलेज प्रशासन से हिजाब में परीक्षा में शामिल होने देने का निवेदन किया। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने हाइकोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए उन्हें प्रवेश देने से इंकार कर दिया। इसके बाद दोनों छात्राएं वापस घर आ गईं।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में भाजपा शासित कर्नाटक के उडुपी जिले के कॉलेज की छात्राओं को हिजाब पहनकर कक्षा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही थी। इसके बाद यह विवाद पूरे राज्य में फैल गया था। हिजाब की मांग कर रही छात्राओं के विरोध में हिंदुत्ववादी संगठनों से संबंधित कई छात्र-छात्राएं भगवा गमछे के साथ स्कूल आने लगे थे।