सांप्रदायिकता के खिलाफ खड़ा होना हर भारतीय का कर्तव्य है: संजय सिंह
देश की मौजूदा स्थिति को बेहद चिंताजनक बताते हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि देश में सांप्रदायिकता अपने चरम पर है और हर मुद्दे को हिंदू-मुस्लिम रंग दिया जा रहा है। इसके खिलाफ खड़ा होना हर भारतीय का कर्तव्य है। यह बात उन्होंने हाल ही में ऑल इंडिया क़ौमी तंज़ीम द्वारा ‘मौजूदा हालात में हमारी जिम्मेदारियां’ शीर्षक से आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
उन्होंने वर्तमान स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि जब देश में हिंदू-मुस्लिम की बात होती है तो सांप्रदायिक ताकतों को इसका फायदा होता है क्योंकि इससे उनकी राजनीति की दुकान चलती है। संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सिर्फ हिंदू-मुस्लिम करके असली मुद्दों से जनता का ध्यान हटाना चाहती है। भाजपा यह नहीं चाहती कि लोग शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, आर्थिक हालात, समाज की टूटती संरचना और देश की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करें, क्योंकि इससे उनकी राजनीतिक दुकान बंद हो सकती है। उन्होंने देश में कमजोर वर्गों और मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों का भी जिक्र किया और कहा कि यह सिर्फ मुसलमानों पर ही नहीं, बल्कि दलितों, कमजोर और वंचित वर्गों के साथ भी हो रहा है।
ऑल इंडिया क़ौमी तंज़ीम के अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद तारिक अनवर ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संगठन का इतिहास बताते हुए कहा कि 1982 में स्थापित ऑल इंडिया क़ौमी तंज़ीम (AIQT) अल्पसंख्यकों और कमजोर वर्गों की भलाई के लिए काम करती रही है। उन्होंने मौजूदा हालात में एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लेते हुए कहा कि हर मुश्किल समय में क़ौमी तंज़ीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सपा के राज्यसभा सदस्य जावेद अली ने भी सभी से पूरी ईमानदारी और ताकत के साथ हर अन्याय के खिलाफ लड़ने की अपील की। दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रतन लाल ने शिक्षा की गिरती स्थिति पर चिंता जताई, जबकि वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने संवैधानिक संकट की ओर इशारा करते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। कार्यक्रम का संचालन शम्स तबरेज़ क़ासमी ने किया।