केजरीवाल की मोदी को खरी खरी, मुफ्त शिक्षा देना गुनाह है क्या?
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने पहुंचे मोदी ने अप्रत्यक्ष रूप से दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के लोगों को रेवड़ी कल्चर बहुत सावधान रहने की ज़रूरत है.
प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर तंज़ कस्ते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ्त और अच्छी शिक्षा देना और लोगों का अच्छा और मुफ्त इलाज कराने को मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते.
केजरीवाल ने मोदी पर तंज़ करते हुए कहा कि हम एक विकसित और गौरवशाली भारत की नींव रख रहे हैं. ये वह काम है जो 75 साल पहले हो जाना चाहिए था. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं. जैसे देशभर में सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्क था वैसे ही दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत थी. आज हमने अगर इन 18 लाख बच्चों का भविष्य ठीक किया तो मैं क्या गुनाह कर रहे हैं? इस से पहले 18 लाख बच्चों का भविष्य बर्बाद था.
केजरीवाल ने कहा कि मुझे भद्दी-भद्दी गालियां दी जा रही हैं. मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं, कि केजरीवाल फ्री की रेवड़ियां बांट रहा है, मेरा मजाक उड़ाया जा रहा है. मेरी सरकार से पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब थी, जैसी अन्य राज्यों में आज भी है. दिल्ली में सरकारी स्कूलों में बहुत बुरी स्थिति थी. अगर मैं आज इन बच्चों को फ्री में शानदार शिक्षा दे रहा हूं तो क्या बुरा कर रहा हूं? केजरीवाल ने अपनी सरकार का बखान करते हुए कहा कि आज दिल्ली दुनिया के उन चुनिंदा शहरों में है, जिसकी दो करोड़ जनसंख्या के हर आदमी का इलाज मुफ्त है.
बता दें कि मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के दौरान कहा था कि, हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है. ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है.