भारत 2014 के बाद से अमेरिका का गुलाम हो गया : मणिशंकर अय्यर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने देश की आजादी को लेकर विवादित बयान दिया है।
भारत की आजादी को लेकर इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत भी विवादित बयान दे चुकी है अब मणि शंकर अय्यर ने दिल्ली के एक सेमिनार में बयान देते हुए कहा है कि हम 2014 के बाद से ही अमेरिका के गुलाम बन चुके हैं। पिछले 7 साल से हम सब देख रहे हैं कि हम अमेरिका के गुलाम बन कर बैठ गए हैं।
मणिशंकर अय्यर ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले 7 साल से हम देख रहे हैं कि गुटनिरपेक्षता की तो बात ही नहीं होती है। शांति की कोई बात नहीं होती। हम अमेरिकियों के गुलाम बनकर बैठे हैं और कहते हैं कि वह कहते हैं कि चीन से बचो, हम कहते हैं कि चीन के सबसे करीब के दोस्त हो आप ही हो।
भारत और रूस के रिश्ते को लेकर आयोजित हुए इस सेमिनार में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मणि शंकर अय्यर के बयान का निचोड़ यह था कि रूस और भारत के रिश्ते दशकों पुराने हैं लेकिन जब से मोदी सत्ता में आए हैं यह रिश्ता कमजोर हुआ है। उन्होंने कहा कि रूस के साथ 2014 तक हमारे जो संबंध हुआ करते थे वह कम हो चुके हैं और उन्हें काफी ठेस पहुंची है। याद रहे कि मणि शंकरअय्यर इससे पहले भी कई विवादित बयान दे चुके हैं।
हाल ही में मध्य कालीन इतिहास को लेकर मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि अकबर ने इस देश पर 50 वर्षों तक शासन किया है। मैं जहां रहता था उस सड़क का नाम अकबर रोड था। हम अकबर को अपना समझते हैं उसे गैर नहीं मानते। इसलिए हमने कभी नहीं कहा था कि अकबर रोड का नाम बदलकर महाराणा प्रताप रोड कर दीजिए।
इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की 1947 में मिली आजादी को भीख बताते हुए कह चुकी हैं कि देश को असली आज़ादी 2014 में मिली है। दूसरी ओर कोंग्रेस के मणि शंकर हैं जो देश को अब अमेरिका का गुलाम समझ रहे हैं।
कंगना रनौत के बयान ने जहां भाजपा की मुश्किलें बढ़ाई थी वही मणिशंकर अय्यर का बयान भी अब कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। चुनाव का समय हो और मणि शंकर अय्यर कोई विवादित बयान ना दें ऐसा बहुत कम होता है। विवाद और मणिशंकर अय्यर के बयानों का चोली दामन का साथ है।