बांग्लादेश में तख्ता पलट का नासिक के किसानों पर असर

बांग्लादेश में तख्ता पलट का नासिक के किसानों पर असर

ढाका: बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना का तख्ता पलट दिया गया है। इसका सीधा असर नासिक के उन किसानों पर पड़ा है जो प्याज उगाते हैं। इसका कारण यह है कि बांग्लादेश की स्थिति के मद्देनज़र भारत सरकार ने अपनी सीमाओं को सील कर दिया है। ऐसी स्थिति में प्याज से भरे सैकड़ों ट्रक जो बांग्लादेश जा रहे थे, वे सीमा पर ही खड़े रह गए हैं। यदि ये प्याज ट्रकों में ही खराब हो गए तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा।

किसान नेता राजू शेट्टी ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
किसान नेता राजू शेट्टी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है और इस मामले में कोई उचित कदम उठाने की अपील की है। जानकारी के अनुसार, बांग्लादेश अपनी आवश्यकताओं की 75% कृषि उपज भारत से आयात करता है, जिसमें प्याज भी शामिल है। नासिक से रोज़ाना 70 से 80 ट्रक प्याज की सप्लाई के लिए बांग्लादेश जाते हैं। एक ट्रक में लगभग 30 टन प्याज लदी जाती है, यानी रोज़ाना सैकड़ों टन प्याज बांग्लादेश निर्यात की जाती है। लेकिन पिछले सप्ताह प्याज के जो ट्रक बांग्लादेश भेजे गए थे उन्हें दोनों देशों की सीमा पर रोक दिया गया है।

भारत सरकार ने एहतियात के तौर पर सीमा को सील कर दिया है, जिससे यहां से वहां वाहनों की आवाजाही बंद है। गौरतलब है कि सरकार ने बांग्लादेश को 50 हजार टन प्याज सप्लाई करने का लक्ष्य रखा था, जिसमें से 85% प्याज नासिक से भेजी जानी थी।

कोलकाता के बाजारों में बेचा जा सकता है
फिलहाल यह तय नहीं है कि भारत-बांग्लादेश सीमा कब तक सील रहेगी। यह सब कुछ बांग्लादेश की आंतरिक स्थिति के सामान्य होने पर निर्भर है। ऐसी स्थिति में सीमा के खुलने का इंतजार कर रहे ट्रकों में रखी प्याज सड़ सकती है और किसानों का करोड़ों का नुकसान हो सकता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि सीमा बंद होने से रोज़ाना की आवाजाही और लेन-देन पहले ही रुकी हुई है, जिससे दोनों तरफ के व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

ऐसी स्थिति में प्याज के व्यापारियों के पास एक ही रास्ता बचता है कि वे सीमा पर खड़े प्याज के ट्रकों को नासिक वापस लाने के बजाय प्याज के भंडार को कोलकाता के बाजार में सस्ते दामों पर बेच दें ताकि कम से कम उनकी लागत तो निकल सके। लेकिन आगे बांग्लादेश में नई सरकार के गठन और हालात सामान्य होने में कितना समय लगेगा यह कहा नहीं जा सकता, इसलिए नासिक में अब नए ट्रक नहीं भरे जा रहे हैं। यानी कुछ दिनों के लिए प्याज का निर्यात पूरी तरह बंद है।

प्रधानमंत्री से अपील
इस बीच, किसान नेता और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के प्रमुख राजू शेट्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर इस ओर ध्यान आकर्षित किया है। राजू शेट्टी ने लिखा है, “बांग्लादेश में चल रही अशांति के कारण सीमा पर वाहनों की आवाजाही बंद है। इस कारण प्याज का निर्यात भी रुक गया है, जिससे प्याज के किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है।” उन्होंने लिखा है, “भारत सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे और बांग्लादेशी अधिकारियों से बातचीत कर प्याज के निर्यात को सुनिश्चित करने के लिए कोई कदम उठाए ताकि किसानों को नुकसान से बचाया जा सके।”

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