छुप-छुप के वार करने वालों में दम है तो सामने आकर वार करें: हेमंत सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के कथित ‘आदिवासी विरोधी’ रुख पर निशाना साधा। उन्होंने लोगों से अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का आग्रह किया। सोरेन ने झारखंड के साहिबगंज जिले के अपने विधानसभा क्षेत्र बरहेट में ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ के तीसरे चरण के शुभारंभ के अवसर पर यह बयान दिया।
उन्होंने कहा,”जिस तरह से इसने यानी केंद्र सरकार ने वन अधिकार अधिनियम को कमजोर किया है, आदिवासियों और मूलवासियों को एक और संघर्ष शुरू करना होगा। भोजन, कपड़े, दवा सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। घरेलू गैस सिलेंडर जो पहले 400 रुपये का था अब 1000 से 1200 रुपये में बिक रहा है और यह गरीबों की पहुंच से बाहर है।”
झारखंड के साहिबगंज जिले में आयोजित ‘आपकी सरकार आपकी योजना आपके द्वार’ कार्यक्रम के दौरान लोगों को सम्बोधित करते हुए पीएम सहित बीजेपी के तमाम नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग सरकार के कामों मे रोड़ा अटकाने के लिये इडी, सीबीआई के पीछे छुप गई है और उसे आगे कर सरकार को डराना चाहती है। लेकिन सरकार ऐसे कारनामो से डरेगी नहीं बल्कि अब ऐसे लोगों से लड़ेगी और उसे भगाएगी। इस बार हम कैंप में आप लोगों का हक गठरी बांध कर भेज रहे है अगली बार इन लोगों को गठरी बांध कर गुजरात भेजेंगे।
उन्होंने बाबूलाल मरांडी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ आदिवासी नेता शिबू सोरेन बनने निकले थे। 14 साल तक बन नहीं पाए अब साउथ के शिबू सोरेन के साथ उलझ रहा है। उन्होंने ललकारते हुए कहा की छुप-छुप के वार करने वाले दम है तो सामने आकर वार करो। उन्होंने कहा कि जब राजनीतिक ताकत ख़त्म होती है तो भर्ष्टाचार के नाम पर उल्लू जुलूल बकते है। इसके अलावा उन्होंने रघुवर दास का नाम लिये बिना कहा कि जिन सरकार ने भ्रष्टाचार कर राज्य का बेड़ागर्क कर दिया, आज ऐसे भ्रष्टाचारी को राज्यपाल बनाकर भेज दिया।
हेमंत सोरेन ने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दाल, तेल, कागज जैसे चीजे महंगी हो गई है। केंद्र सरकार का दिया गया गरीबो को रसोई गैस आज गरीबो के घर के कोने की जगह लेकर कूड़ादान बना हुआ है। ये रसोई गैस गरीबों की नहीं बल्कि केंद्र सरकार की पेट भर रही है।
उन्होंने पीएम से सवाल किया कि आप पीएम एक राज्य के लिये हैं क्या? फिर अलग-अलग नियम कानून कैसे। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिये ये लोग राजस्थान में गैस सिलेंडर का दाम 450 रुपये कर दिया है जबकि पूरे देश में 1000 से ज्यादा है, क्यों नहीं पूरे देश में गैस का दाम कम करने की घोषणा की। ये सिर्फ अपने व्यापारी साथी और अपना पेट भर रहे हैं। अमीरों को बना रहे है और गरीबों का शोषण कर रहे हैं।