अगर LJP कोटे से मंत्री बने पशुराम, तो जाऊंगा कोर्ट: चिराग
बिहार की राजनीति में एक बार फिर चाचा-भतीजे के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. चिराग पासवान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपने चाचा पशुपति पासवान पर निशाना साधा है.
चिराग पासवान ने अपने चाचा पर तंज कसते हुए कहा: “मैं दिल से चाहता हूं कि चाचा पशुपति पारस मंत्री बनें, अगर उन्होंने अपनी निजी महत्वाकांक्षा के लिए इतनी बदनामी ली है तो उनकी मंत्री बनने की मनोकामना पूरी हो.”
चिराग ने कहा कि चाचा पशुपति लोजपा (LJP) कोटे से किसी भी क़ीमत पर मंत्री नहीं बन सकते, मैं ये बात पीएम मोदी से भी कहना चाहता था शायद पीएम मोदी को इसकी जानकारी न हो वो बिज़ी होंगे इसलिए मैं उनसे बात नहीं कर रहा हूँ. वो निर्दलीय मंत्री बन सकते हैं।
चिराग का कहना है कि अगर पशुराम LJP के नाम पर मंत्री बनते हैं तो मैं इसका विरोध करूंगा और इसके ख़िलाफ़ कोर्ट जाऊंगा. लेकिन अगर उन्हें JDU में शामिल कराकर मंत्री बनाया जाता है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं.
बता दें कि मोदी मंत्रिमंडल में बदलाव होने वाला है और इस बात कि चर्चा हो रही है कि पशुपति पारस को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है.
चिराग ने बताया कि जिन सांसदों ने बगावत की थी, उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. क्योंकि बागी सांसदों ने हमारे आदरणीय रामविलास पासवान के विचारों को कुचलते हुए अलग गुट बनाया था
चिराग ने ये दावा किया है कि पार्टी के 95% लोग मेरे साथ हैं. मैं चुनौती देता हूं कि इसको गलत साबित करें.
चिराग पासवान ने आगे कहा: आज मेरे पिताजी के फैसलों पर ही सवाल उठाया जा रहा है. मुझे तकलीफ इस बात की है कि इन्होंने चिराग पासवान की पीठ पर नहीं बल्कि रामविलास पासवान की पीठ में छुरा घोंपा है.
उन्होंने कहा कि अभी मेरे पिता को गए 9 महीने हुए हैं और मेरे चाचा पशुराम अपनी दिली चाहत को पूरा करने के लिए उनके साथ खड़े है जिन्होंने पार्टी को तोड़ने का काम किया था. नीतीश कुमार ने मेरे पिता को अपमानित किया था और पशुराम नीतीश कुमार की गोद में बैठकर अपने भाई को श्रद्धांजलि दे रहे हैं.”
चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार ने आज भी रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देना जरूरी नहीं समझा और चाचा उनकी गोद में बैठे हुए हैं.