हिजाब विवाद: बेटी पढ़ाओ के बजाय, बेटी हटाओ की कोशिश
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने हिजाब विवाद को लेकर सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा है ।
हिजाब पहनने को लेकर उपजा विवाद पूरी तरह से राजनीतिक रूप ले चुका है। जनता दल सेक्युलर के नेता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर कॉलेज में प्रवेश न देने के मुद्दे पर भाजपा को जमकर निशाने पर लिया। कुमार स्वामी ने कहा कि इससे छात्राओं को शिक्षा मिलने में और अधिक परेशानी आएगी।
कुमार स्वामी ने कहा कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है और अपना वोट बैंक साधने के प्रयास में लगी हुई है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के बजाय “बेटी हटाओ” बनाने की कोशिश कर रहे है। उन्हें ऐसे काम नहीं करना चाहिए। कुमारस्वामी ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि जहां अब तक हिजाब पहनने की अनुमति थी उन सभी संस्थानों में यथास्थिति बनाए रखने की जरूरत है।
कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनका अपने मंत्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं है। उनके मंत्री अस्पष्ट बयान देते फिर रहे हैं। कुमारास्वामी ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वह मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने की अनुमति दें। राज्य के कुछ स्कूलों को नया चलन शुरू करने के लिए अनुमति देने की जरूरत नहीं है। छात्राओं को उसी परंपरा का पालन करने दें जो पहले थी। यथास्थिति का पालन करना होगा नया नियम लाने की कोई जरूरत नहीं है।
याद रहे कि कर्नाटक शिक्षा विभाग ने शनिवार को एक निर्देश जारी करते हुए कहा था कि सभी सरकारी स्कूलों और कॉलेज को राज्य सरकार द्वारा घोषित ड्रेस कोड का पालन करना होगा। वहीं प्राइवेट स्कूल के छात्र भी स्कूल प्रबंधन द्वारा तय की गई ड्रेस इसका पालन करें।
कर्नाटक में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जहां मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर कक्षा में या कॉलेज में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जा रही है। मुस्लिम छात्राओं के हिजाब करने के जवाब में दक्षिणपंथी हिंदू छात्र भगवा चोला पहनकर संस्थानों में आ गए थे। कर्नाटक के कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेज में भी मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनकर आने पर पाबंदी लगा दी गई है।