हरिद्वार हेट कॉन्क्लेव, देश को अंदर बैठे दुश्मनों से खतरा हरिद्वार और छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुई तथाकथित धर्म संसद में हेट स्पीच को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
हरिद्वार हेट कॉन्क्लेव और रायपुर कि तथाकथित धर्म संसद के दौरान तथाकथित धर्मगुरुओं की ओर से दिए गए विवादित बयान पर सत्ता पक्ष रहस्यमय चुप्पी साधे हुए हैं जिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष ने भी इस पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में हुई तथाकथित धर्म संसद में हेट स्पीच को लेकर बड़ा बयान दिया है।
सलमान खुर्शीद ने ट्वीट करते हुए सवाल किया क्या देश को अंदर बैठे दुश्मन से खतरा है ? भाजपा नेतृत्व पर जोरदार हमला बोलते हुए सलमान खुर्शीद ने ट्वीट करते हुए कहा “हरिद्वार सभा के बारे में चुप्पी परेशान कर रही है। भाजपा नेतृत्व चुप है। क्या इस पागलपन को अनदेखा करना है ? क्या यह चुप्पी कोई साजिश है ? अब छत्तीसगढ़ में यह हो रहा है। क्या भारत को अंदर बैठे दुश्मनों से खतरा है ? क्या हिंदू धर्म खतरे में हैं ?
The predominant silence about Haridwar gathering is disturbing. BJP leadership is quiet. Is this madness to ignore ?Is there a conspiracy of silence? Now Chattisgarh gathering. Is India under attack by the enemy within? Is Hinduism in peril?
— Salman Khurshid (@salman7khurshid) December 28, 2021
याद रहे कि उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में 17 से 19 दिसंबर तक डासना मंदिर के विवादास्पद पुजारी यती नरसिंहानंद ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तीन दिवसीय तथाकथित धर्म संसद का आयोजन किया था। जिसमें मुसलमानों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उनके नरसंहार की अपील की गई थी।
इस संबंध में हाल ही में हिंदू धर्म ग्रहण करने वाले जितेंद्र नारायण त्यागी पर मामला दर्ज किया गया था हालांकि बाद में दो और लोगों के नाम पुलिस ने एफआईआर में शामिल किए थे। छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुई घटना को लेकर कालीचरण महाराज के खिलाफ केस दर्ज किया गया है जिसने राष्ट्रपति महात्मा गांधी पर शर्मनाक टिप्पणी करते हुए उन्हें गाली देते हुए गोडसे का नमन किया था।
सलमान खुर्शीद ने हरिद्वार हेट स्पीच की पहले भी निंदा करते हुए कहा था कि इस सभा में जो कुछ भी हुआ वह एक समुदाय विशेष के खिलाफ ही नहीं बल्कि सनातन धर्म के खिलाफ था।