कांग्रेस नहीं होती तो पाकिस्तान दो हिस्सों में नहीं बंटता: संजय राउत
मुंबई के धारावी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर भाजपा द्वारा “कांग्रेस नहीं होती तो क्या होता” पुस्तक जारी करने के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए शिवसेना(यूबीटी) सांसद संजय राउत ने जवाब देते हुए कहा, “अगर कांग्रेस नहीं होती तो पाकिस्तान दो हिस्सों में नहीं बंटता। “अगर कांग्रेस नहीं होती तो देश एकजुट नहीं रहता।”
दरअसल बीजेपी की तरफ से एक किताब लॉन्च की जा रही जिसका शीर्षक है ‘कांग्रेस नहीं होती तो क्या होता’ इसके बारे में जब मीडिया ने संजय राउत से सवाल किया तो उन्होंने देश में कांग्रेस के योगदान के बारे में बताया और कांग्रेस की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर देश में कांग्रेस नहीं होती तो ये देश अखंड नहीं रहता।
बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी बहुत सी बातें हैं जो बीजेपी के लोगों के समझ से ऊपर हैं। ऐसे में वो लोग ये बातें नहीं समझेंगे। उन्होंने कहा कि ज्ञान विज्ञान, और टेक्नोलॉजी में देश ने जो प्रगति की है ये सब कांग्रेस की वजह से ही हुआ है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि जिनके पास राजा होता है, उनकी प्रजा बीमारियों से पीड़ित होती है। भाजपा देश को गरीब बना रही है। अगर भाजपा न होती तो दूसरी चीजें न होतीं। देश में दंगे न होते, देश का रुपया मजबूत होता, देश पर कर्ज कम होता। राफेल से लेकर चुनावी बांड तक घोटाले न होते।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने आगे कहा कि बीजेपी देश के बारे में नहीं सोचती। बल्कि वो उद्योगपतियों और व्यापारियों के बारे में सोचती है। पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज करते हुए राउत ने कहा कि जिसका राजा व्यापारी होता है उसकी प्रजा भिखारी होती है। ऐसे में बीजेपी आज देश को भिखारी बनाने का काम कर रही है। राउत ने कहा कि बीजेपी को कांग्रेस और शिवसेना जैसी पार्टियों की विचारधारा और उनकी भूमिका को समझ लेना चाहिए।
इसके आगे संजय राउत ने ये भी बताया कि अगर देश में बीजेपी नहीं होती तो क्या होता। उन्होंने कहा कि बीजेपी न होती तो बहुत कुछ होता। देश में दंगे नहीं होते, देश का रुपया मजबूत होता। साथ ही देश की प्रतिष्ठा और भी ज्यादा बढ़ती और देश पर जो कर्ज है वो कम होता। राउत ने कहा कि बीजेपी न होती तो जो लोग देश छोड़कर भाग गए हैं वो नहीं भागते। इसके साथ ही सांसद ने घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर बीजेपी न होती तो इलेक्टोरल बॉन्ड और राफेल जैसे घोटाले नहीं होते।
इसके अलावा संजय राउत ने राहुल गांधी की यात्रा को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा चुनाव के लिए नहीं निकाली गई थी बल्कि उनका मकसद लोगों को जागरूक करना था। राउत ने कहा कि राहुल गांधी देश के बारे में सोचते हैं। गरीबों और उनके न्याय के बारे में सोचते हैं। उनकी यात्रा से लोगों में जागरूकता आई है।