गुलाम नबी आजाद दे सकते हैं कांग्रेस को झटका, बीजेपी करेगी समर्थन कांग्रेस के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद पिछले कुछ समय से जम्मू कश्मीर में लगातार जनसभाएं कर रहे हैं।
गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के गुट जी-23 का एक प्रमुख एवं मुखर चेहरा है। वह कांग्रेस पार्टी के चुनावी कार्यक्रम से अलग जम्मू कश्मीर में लगातार जनसभाएं करते हुए आलाकमान को निशाने पर ले रहे हैं।
जम्मू कश्मीर में गुलाम नबी आजाद की सक्रियता को लेकर कई चर्चाएं चल निकली हैं। घाटी के राजनीतिक हल्कों में चर्चाएं हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री क्षेत्रीय राजनीति में नई भूमिका निभा सकते हैं। हालाँकि गुलाम नबी आजाद ने इन चर्चाओं और कयासों पर विराम लगाते हुए दावा किया है कि कांग्रेस नेतृत्व से उनकी असहमति के बावजूद भी तत्काल किसी अलग दल के गठन करने की उनकी कोई योजना नहीं है। कहा तो यह भी जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी गुलाम नबी आजाद को खाद पानी देने का काम कर रही है।
माना जा रहा है कि अगले विधानसभा चुनाव में जम्मू संभाग से गुलाम नबी आजाद को मुख्यमंत्री सुनिश्चित करने के लिए भाजपा पर्दे के पीछे से समर्थन कर सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं किश्तवाड़ से पूर्व मंत्री गुलाम अहमद सरूरी ने एक बयान में कहा भी था कि जम्मू में विभिन्न समुदाय के लोगों से राहुल गांधी की मुलाकात के समय जम्मू कश्मीर में गुलाम नबी आजाद को पार्टी के अगले मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में घोषित करने की मांग की गई थी।
गुलाम अहमद सरूरी कांग्रेस के उन 20 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने आजाद के समर्थन में इस साल की शुरुआत में पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। जम्मू कश्मीर में हुए इस्तीफो के इस दौर के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने आजाद को पार्टी की अनुशासन समिति से हटा दिया था।
गुलाम अहमद सरूरी ने कहा हम दिल से कांग्रेसी हैं और हमेशा ऐसे ही रहेंगे। आजाद साहब कांग्रेसी के रूप में जगह-जगह गए हैं और वह जम्मू कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे। गुलाम नबी आजाद ने पिछले कुछ हफ्तों में जम्मू के पीरपंचल चिनाब क्षेत्र, दक्षिणी कश्मीर के कई हिस्सों में लगभग 10 सार्वजनिक रैलियों को संबोधित करते हुए अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने जमीनी स्तर पर भी मतदाताओं एवं जनप्रतिनिधियों के साथ दर्जनों बैठक में की हैं।
आजाद ने जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए मीडिया कर्मियों से कहा था कि वह तत्काल पार्टी शुरू करने की योजना पर काम नहीं कर रहे हैं लेकिन यह किसी को भी नहीं मालूम कि राजनीति में आगे क्या होने वाला है।