स्वदेश वापसी से पहले निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पहुंचे फ़्रांस राष्ट्रपति मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शुक्रवार रात को दिल्ली में दरगाह निज़ामुद्दीन औलिया पहुंचे। मैक्रों लगभग 700 साल पुरानी इस दरगाह पर रात 9.45 पर पहुंचे और वहां करीब आधा घंटा रुके। दरगाह निज़ामुद्दीन औलिया को भारत में सूफी संस्कृति का केंद्र माना जाता है।
यह दरगाह प्रसिद्ध सूफी निज़ामुद्दीन औलिया और उनके शिष्य अमीर खुसरू की कब्र है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने भी दरगाह पर सजदा किया। मैक्रों यहां रात 9.45 बजे पहुंचे और आधे घंटे से ज्यादा समय तक वहां रहे। इस दौरान उन्होंने सूफी संत की मजार पर फूल चढ़ाए और कव्वाली सुनी।खादिमों ने मैक्रों की दस्तारबंदी (दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मान) भी की।
राष्ट्रपति मैक्रों 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। इससे पहले गुरुवार को मैक्रों ने PM मोदी के साथ जयपुर में रोड शो किया था। डेढ़ किलोमीटर लंबे इस रोड शो के दौरान राष्ट्रपति मैक्रों और PM मोदी ने हवा महल देखा। मोदी-मैक्रों ने जंतर मंतर पर सम्राट यंत्र भी देखा। यह जंतर-मंतर पर सबसे बड़ा यंत्र है। इसकी ऊंचाई 90 फीट है।
रोड शो खत्म करने के बाद दोनों नेताओं ने जयपुर की गलियों में शॉपिंग की थी। इस दौरान मोदी ने मैक्रों को UPI पेमेंट डिजिटल सिस्टम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने 500 रुपए में राम मंदिर का मॉडल खरीदा और UPI पेमेंट किया। इसे तुरंत राष्ट्रपति मैक्रों को गिफ्ट कर दिया। इसके बाद दोनों नेताओं ने साथ में चाय पी। इसका पेमेंट राष्ट्रपति मैक्रों ने UPI से किया था।