कर्नाटक में दल बदलू विधायकों के डर से बीजेपी 17 सीटों पर वैकल्पिक उम्मीदवार तैयार करने में जुटी
जिन 17 विधायकों को बीजेपी ने कर्नाटक में पिछली कांग्रेस जेडीएस सरकार को गिराने के लिए दल बदलने के लिए राजी किया था, उनमें से कई विधायकों के अब बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो जाने की आशंकाओं के बीच, बीजेपी ने इन विधायकों और मंत्रियों की आवाजाही पर नजर रखना शुरू कर दिया है।
विधान परिषद सदस्य एच. विश्वनाथ के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के स्पष्ट संकेतों के बीच भाजपा खेमे में यह डर है कि कहीं अन्य मंत्री और विधायक भी यही रुख न अपना लें। हालांकि कुछ मंत्रियों और विधायकों ने साफ कर दिया है कि वह पार्टी छोड़ कर कहीं नहीं जा रहे हैं, लेकिन बीजेपी आलाकमान और प्रदेश नेतृत्व को उनके बयानों पर विश्वास नहीं है।
राजनीतिक क्षेत्र में कुछ भी हो सकता है, इस डर से भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश नेतृत्व को इन सब पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि जब गठबंधन सरकार गिराने के लिए ऑपरेशन कमल चलाया गया था, तब भी इन विधायकों ने मंच पर ही यह बात कही थी, कि वह कांग्रेस छोड़ने वाले नहीं हैं, लेकिन सही वक्त पर इन सभी ने अपनी निष्ठा बदल ली।
अब कर्नाटक में बीजेपी की लोकप्रियता के ग्राफ में गिरावट और आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के संकेतों के बीच माना जा रहा है कि पार्टी बदलने वाले कुछ मंत्री और विधायक अपनी-अपनी पार्टियों में लौट कर आना चाहते हैं।
भाजपा ने चुनाव की घोषणा होते ही इन विधानसभा क्षेत्रों में वैकल्पिक उम्मीदवारों को तैयार रहने का भी निर्देश दिया है। पार्टी को आशंका है कि अगर ये मंत्री और विधायक आखिरी वक्त में पार्टी छोड़ने का फैसला करते हैं तो इससे पार्टी को काफी नुकसान हो सकता है।
इसलिए, पार्टी ने पहले ही राज्य नेतृत्व को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में वैकल्पिक उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का निर्देश दिया है, इसके अनुसार प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक से दो अतिरिक्त उम्मीदवार मैदान में उतारे जा सकते हैं।