विकास ऐसा कि अगर पेट्रोल डीज़ल के दाम नहीं बढ़ते तो ज़्यादा बड़ी ख़बर बन जाती है: राहुल गांधी, जहां एक तरफ़ भारत देश कोविड महामारी से जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ़ महंगाई की मार झेल रहा है, खाने पीने की चीज़ों से लेकर दवा इलाज और पेट्रोल डीज़ल तक की क़ीमतें आसमान छू रही हैं।
केंद्र में सरकार बनाने से पहले आमतौर से पार्टियां या कैंडिडेट घोषणापत्र जारी करता है ताकि उसके इरादे और नियत को देख कर जनता वोट डालने का फ़ैसला कर सके कि कौन सी पार्टी या कौन सा कैंडीडेट जनता की ज़रूरतों और समस्याओं को हल करेगा।
ऐसा ही कुछ भारत में शासित पार्टी BJP ने भी किया था, लंबा चौड़ा घोषणापत्र जारी किया था जिसमें सरहद पार की साजिशों से लेकर हमारे घर के अंदर की बिजली, पानी और खाने की व्यवस्था में सुधार लाने तक का ज़िक्र था।
लेकिन अब जबकि दूसरी बार भारी बहुमत पाकर केंद्र में BJP ने सरकार बनाई हुई है लेकिन ऐसा लगता है कि अपने घोषणापत्र को ख़ुद पार्टी के नेताओं समेत पूरे देश के प्रधानमंत्री तक ने दोबारा नहीं पढ़ा।
आम जनता का जहां कोविड के कारण रोज़गार छिन चुका है वहीं अब महंगाई ने उसे अपने बच्चों के लिए दो रोटी के लिए संघर्ष करने पर मजबूर कर दिया है, दिलचस्प बात तो यह है कि ऐसे माहौल के बावजूद BJP के नेता टीवी डिबेट, अपने भाषणों और सोशल मीडिया के माध्यम से विकास का राग अलाप रहे हैं।
आप खाने पीने की चीज़ों की बात करें या फिर पेट्रोल डीज़ल की, हर चीज़ की क़ीमतें ऐसे बढ़ रही हैं जैसे केंद्र में शासित पार्टी के नेता किसी और ग्रह पर ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं।
विपक्षी नेता राहुल गांधी ने इससे पहले भी कई बार महंगाई के मुद्दे को उठाया है और आज फिर एक ट्वीट द्वारा पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ी क़ीमतों पर आपत्ति जताई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा कि मोदी सरकार के विकास का हाल यह है कि अगर किसी दिन पेट्रोल और डीज़ल के दाम न बढ़ें तो ज़्यादा बड़ी ख़बर बन जाती है।
मोदी सरकार के विकास का ये हाल है कि अगर किसी दिन पेट्रोल-डीज़ल के दाम ना बढ़ें तो ज़्यादा बड़ी ख़बर बन जाती है!#FuelPriceHike
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2021