नीतीश राणे के खिलाफ दलित संगठनों और मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन
मुंबई: अहमदनगर में बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं और दलित संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने मांग की कि एक भड़काऊ साधु के समर्थन में भाषण देकर नफरत फैलाने वाले नितेश राणे को गिरफ्तार किया जाए और अहमदनगर और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में उनके दौरे पर प्रतिबंध लगाया जाए। दलितों की मांग थी कि नितेश राणे को बुलाकर सभा आयोजित करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, अन्यथा अंबेडकरवादी अपने तरीके से सड़कों पर उतरेंगे।
अहमदनगर से आबिद खान ने बताया कि रविवार, 2 सितंबर को शहर के मुकुंद नगर इलाके से मुस्लिम महिलाओं ने एक विरोध रैली निकाली। यह रैली प्रमुख मार्गों से होती हुई पुलिस मुख्यालय पहुंची। पुलिस अधीक्षक राकेश ओला ने रैली में शामिल लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और उनकी मांगों का पत्र स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि 1 सितंबर (रविवार) को अहमदनगर के दिल्ली गेट इलाके में नितेश राणे ने भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके कारण अहमदनगर के निवासी बेहद नाराज हैं। मुसलमानों के साथ-साथ अन्य समुदायों के लोगों ने भी राणे की जहरीली भाषा पर नाराजगी जताई। नितेश राणे की बदजुबानी पर कार्रवाई और मुसलमानों को दी गई धमकियों के संदर्भ में आवश्यक कानूनी कार्रवाई के प्रयास जारी हैं।
विभिन्न सूत्रों से प्राप्त खबरों के अनुसार, एक तरफ मुस्लिम महिलाओं की रैली पुलिस मुख्यालय में प्रवेश कर रही थी, तो दूसरी ओर से दलित संगठनों के प्रतिनिधि भी एक प्रतिनिधिमंडल के रूप में पहुंचे, जिसमें संजय शिंदे, सुरेश पाटिल, जोसेफ शराट, सिद्धार्थ पवार आदि शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल में वंचित बहुजन आघाड़ी के कार्यकर्ता भी डॉक्टर प्रकाश अंबेडकर की तस्वीर वाले मफलर पहने हुए शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि नितेश राणे को अहमदनगर बुलाकर सभा आयोजित करने वाले आयोजकों पर कानूनी कार्रवाई की जाए। राणे के आने से शहर ही नहीं, आसपास के क्षेत्रों में भी शांतिपूर्ण माहौल खराब हुआ है।