कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से, मतदाता सूची से डुप्लिकेट नामों को हटाने की मांग की
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीते शुक्रवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में मतदाता सूची में दोहराव की प्रतियाें को पेश कीं। इस मुलाकात के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमे तन्खा ने कहा कि, आयोग ने उन्हें कहा है कि सूची में से लगभग 11 लाख डुप्लिकेट नामों को हटाया गया है।
साथ ही चुनाव आयोग ने हमें राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने अपने-अपने स्तर पर विसंगतियों की शिकायत करने का अधिकार दिया है और उन्हें सही करने के लिए अधिकृत भी किया है।
तन्खा ने आगे कहा कि हमने चुनाव आयोग से कहा है कि, हम साफ-सुथरी मतदाता सूची चाहते हैं। हालांकि, आज की बैठक से हम पूरी तरह संतुष्ट हैं। इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग के बीच कोई मतभेद नहीं हुई है। हमारी मांग थी कि एक साफ मतदाता सूची रहे, जिस पर चुनाव आयोग ने आश्वासन भी दिया है।
हमने सितंबर में भी चुनाव आयोग से संपर्क किया था, उस वक्त उन्होंने हमें मतदाता सूचियों में सुधार के आंकड़े को उपलब्ध कराये थे। उन्होंने हमें स्वतंत्रता भी दी है कि हम अपने मुद्दे को राज्य और जिला स्तरीय अधिकारियों के समक्ष भी रख सकते हैं। उन्होंने राज्य और जिला अधिकारियों को कार्रवाई के लिए अधिकृत किया है।
इसके साथ ही तन्खा ने महिला आरक्षण को जुमला बताते हुए कहा कि हम ऐसी घोषणाओं पर प्रतिक्रिया नहीं देते हैं।कांग्रेस के नेताओं ने पोल पैनल को मध्य प्रदेश के 43 जिलों से संबंधित आंकड़े को पेश किया कि कैसे, एक ही निर्वाचन क्षेत्र के भीतर मतदाताओं का दोहराव किया जा रहा है। हम कांग्रेस ने साफ-सुथरी मतदाता सूची की मांग की है।