कांग्रेस का मोदी सरकार पर महंगाई और बेरोज़गारी को लेकर हमला
कांग्रेस ने महंगाई और बेरोज़गारी जैसे अहम मुद्दों पर मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का उद्देश्य महंगाई और बेरोज़गारी जैसे मुद्दों का समाधान करना नहीं है, बल्कि सिर्फ आंकड़ों के खेल से सच्चाई को छुपाना है। उनका कहना था कि ‘नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री’ की सरकार जनता के मुद्दों को नजरअंदाज करके सिर्फ आंकड़ों की राजनीति कर रही है।
जयराम रमेश ने आगे कहा कि देश की आम जनता महंगाई के कारण मुश्किलों का सामना कर रही है और खाने-पीने की चीज़ों की कीमतें आसमान छू रही हैं। हाल के महीनों में प्याज़, टमाटर, लहसुन और खाद्य तेल की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है। इसी तरह, खुदरा महंगाई की दर पिछले 14 महीनों में सबसे ज्यादा बढ़ी है। आंकड़ों के अनुसार, खाद्य तेल की कीमतों में 8 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है, जो जनता के बजट पर गहरा असर डाल रहा है।
जयराम रमेश ने कहा कि सरकार सिर्फ कीमतों को कम दिखाने के लिए आंकड़ों के साथ खेल कर रही है, जैसे कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) में खाने-पीने की चीजों का वजन कम किया जा रहा है ताकि महंगाई कम दिखाई दे सके। उन्होंने कहा कि असल में, कीमतों में बढ़ोतरी का बोझ जनता पर लगातार बढ़ रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले दस सालों में मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई बढ़ती रही, जिससे जनता की आर्थिक हालत पर गहरा असर पड़ा है। उनका कहना था कि यह सिर्फ एक उदाहरण है, जब सरकार ने जीडीपी दर बढ़ाने के लिए 20 साल पुरानी पद्धति में बदलाव किया ताकि आर्थिक स्थिति को जनता के सामने बेहतर दिखाया जा सके। इसी तरह, बेरोज़गारी के मुद्दे पर भी सरकार ने आंकड़ों में हेरफेर किया है।
उन्होंने आगे कहा कि जब सरकार ने जनता को दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था और बेरोज़गारी बढ़ी, तो उसने सर्वे रिपोर्टों को रोक लिया या उनमें बदलाव किया ताकि असली आंकड़े छुपाए जा सकें। उनका कहना था कि इसी तरह सरकार ने अपने आंकड़ों में बदलाव कर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की है।
यहां तक कि, सरकार ने वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी हैं, जिससे जनता को और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। उनका कहना था कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाकर 36 लाख करोड़ रुपये की आय प्राप्त की, लेकिन जनता को इससे कोई राहत नहीं मिली।
अंत में, जयराम रमेश ने कहा कि यह सब सरकार के आंकड़ों के खेल का हिस्सा है, ताकि जनता के सामने स्थिति बेहतर दिख सके, लेकिन असल में सरकार का मकसद सिर्फ अपने जनसंपर्क और चुनावी राजनीति को बेहतर बनाना है।