कांग्रेस का आरोप, ‘मेक इन इंडिया’ नहीं ‘फेक इन इंडिया’ है
कांग्रेस ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए उसके प्रोजेक्ट ‘मेक इन इंडिया’ को जुमला बताया और इसे ‘फेक इन इंडिया’ करार दिया। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल का जायजा लेते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर लिखा कि “जब उन्होंने 2014 में बड़ी धूमधाम के साथ ‘मेक इन इंडिया’ का ऐलान किया था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार लक्ष्य बताए थे। लेकिन अब जबकि इसे 10 साल हो चुके हैं, देखा जा सकता है कि उन लक्ष्यों की असली हालत क्या है? इस संबंध में एक रिपोर्ट पेश है।
पहला जुमला: भारतीय उद्योग की विकास दर को बढ़ाकर 14-12% सालाना करना, जबकि आज की स्थिति यह है कि 2014 के बाद से विनिर्माण क्षेत्र की सालाना विकास दर औसतन 5.2% रही है।
दूसरा जुमला: 2022 तक औद्योगिक क्षेत्र में 10 करोड़ नौकरियां पैदा करना, जबकि सच्चाई यह है कि 2017 में विनिर्माण क्षेत्र में मजदूरों की संख्या 5 करोड़ 13 लाख थी, जो अब 2022-23 में घटकर 3 करोड़ 56 लाख रह गई है।
तीसरा जुमला: 2022 तक और फिर 2025 तक विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी को जीडीपी के 25% तक ले जाना, जबकि सच्चाई यह है कि 2011-12 में देश की जीडीपी में विनिर्माण का हिस्सा 18.1% था, जो घटकर 2022-23 में सिर्फ 14.3% रह गया है।
चौथा जुमला: ‘प्राइस सीरीज’ में ऊपर उठकर चीन की जगह लेते हुए भारत को ‘दुनिया की नई फैक्ट्री’ बनाएंगे, जबकि सच्चाई यह है कि चीन की जगह लेना तो दूर, हम आर्थिक रूप से उस पर ही निर्भर हो गए हैं। चीन से आयात का हिस्सा 2014 में 11% था, जो बढ़कर 15% हो गया है।
जयराम रमेश ने आगे कहा कि पिछले दशक में हमारे देश में जितनी भी आर्थिक नीतियां बनाई गईं (उदाहरण के लिए नोटबंदी को याद कर लीजिए), उनमें समझदारी की कमी रही। भय और अनिश्चितता के माहौल के कारण निजी निवेश में बढ़ोतरी होती गई। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रतिस्पर्धा की भावना को रोक दिया गया है क्योंकि मोदी जी के करीबी या एक-दो बड़े औद्योगिक समूह को ही मैदान में उतारा जाता है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि ‘मेक इन इंडिया’ सीधे तौर पर ‘फेक इन इंडिया’ बनकर रह गया है।
जयराम रमेश का यह बयान प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान के जवाब में है जो उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के 10 साल पूरे होने के मौके पर दिया था। गौरतलब है कि पिछले महीने प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार और मेक इन इंडिया की तारीफ करते हुए कहा था कि विनिर्माण को बढ़ावा देने की इस महत्वपूर्ण पहल ने एक सपने को एक बड़ी प्रेरणा में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि अब ‘भारत को रोका नहीं जा सकता’।