कमिश्नर और डीआईजी ने झांसी हादसे की रिपोर्ट सरकार को सौंपी

कमिश्नर और डीआईजी ने झांसी हादसे की रिपोर्ट सरकार को सौंपी

झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वार्ड में आग लगने से 10 बच्चों की मौत के मामले की जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी गई है। वार्ड में आग किस तरह लगी, इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी के कमिश्नर विपुल दुबे और डीआईजी कलानिधि नैथानी के नेतृत्व में जांच समिति बनाकर 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था।

रविवार को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, वार्ड में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। आग बुझाने की कोशिश में वार्ड में मौजूद एक नर्स भी घायल हो गई थी। रिपोर्ट में घटना के पीछे किसी प्रकार की साजिश से इनकार किया गया है। वहीं, एनआईसीयू वार्ड में इलाजरत एक और बच्चे की रविवार को मौत हो गई, जिससे इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।

झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वार्ड में शुक्रवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी, जिसमें इलाजरत 10 बच्चों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रारंभिक जांच के लिए झांसी के कमिश्नर विपुल दुबे और डीआईजी कलानिधि नैथानी को 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट सरकार को भेजने का निर्देश दिया था।

सूत्रों के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने रविवार दोपहर तक अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को भेज दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वार्ड में लगे बिजली के स्विच बोर्ड में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। शॉर्ट सर्किट के कारण वहां मौजूद उपकरण और प्लास्टिक कवर में आग लग गई थी। देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई, जिसे वार्ड में मौजूद स्टाफ ने बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।

जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि हादसे के समय वार्ड में 6 नर्स, 2 महिला डॉक्टर और अन्य स्टाफ मौजूद थे। इन लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, जिसमें एक नर्स भी झुलस गई। बच्चों का वार्ड होने के कारण वहां वॉटर स्प्रिंकलर नहीं थे, जिससे तुरंत पानी का छिड़काव नहीं किया जा सका। जांच समिति ने वार्ड में मौजूद स्टाफ और नर्सों से पूछताछ के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार की है।

जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि प्लास्टिक और कपड़ों में आग लगने के कारण आग बेकाबू हो गई थी, जबकि फायर ब्रिगेड की टीम 8 मिनट में मौके पर पहुंच गई थी। मामले की विस्तृत जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डायरेक्टर जनरल मेडिकल एजुकेशन कंचन सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति वार्ड में सुरक्षा प्रबंधों और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए जरूरी उपायों पर आधारित रिपोर्ट 7 दिनों में पेश करेगी।

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