रिंकू सिंह और प्रिया सरोज की शादी से जातिवाद टूट रहा है: तूफानी सरोज
पूर्व सपा सांसद व केराकत से विधायक तूफानी सरोज ने रविवार को कहा कि उनकी बेटी प्रिया सरोज सांसद है और अपनी जिंदगी के निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। एक पिता होकर बेटी की स्वतंत्रता का हनन नहीं कर सकते। वह अपने जीवन में सही फैसले लेती है तो उसमें मेरी भी स्वीकृति होगी।
केराकत से समाजवादी पार्टी के विधायक मंगलवार को आजमगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने क्रिकेटर रिंकू सिंह और अपनी बेटी मछलीशहर की सपा सांसद प्रिया सरोज की शादी के बारे में बताया कि दोनों मेच्योर हैं। एक क्रिकेटर है, तो दूसरी राजनीति की खिलाड़ी। 31 जनवरी से 13 फरवरी तक संसद सत्र चलेगा। 22 से ट्वेंटी-ट्वेंटी होने जा रहा है। दोनों अपनी सुविधा के अनुसार अभिभावकों को बताएंगे कि उन लोगों काे समय कब उपलब्ध है। तब इंगेजमेंट और आगे की कार्यवाही होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी इच्छा थी कि बेटी की शादी आइएएस अधिकारी के साथ हो, लेकिन बेटी ने क्रिकेटर पसंद किया। बताया गया है कि, प्रिया और रिंकू के विवाह की बात पिछले एक वर्ष से चल रही है। यह रिश्ता हम सभी को भी पसंद है। दोनों परिवार के लोग रजामंद हैं। अभी दोनों के पास समय नहीं है।
क्रिकेटर रिंकू सिंह और मछली शहर से सांसद प्रिया सरोज की चल रही शादी की चर्चा पर सपा विधायक ने कहा कि वह अंतरजातीय विवाह से पीडीए को आगे बढ़ाने में लगे हैं। यह मजबूत पहल है। बाबा साहेब ने कहा है कि अंतरजातीय विवाह से जातिवाद टूटता है। बाबा साहेब ने इस पर जोर दिया है। हम सब बाबा साहेब के सिद्धांत पर चलने वाले हैं। शादी के बाद प्रिया सरोज की राजनीति के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसमें राजनीति की बात कहां आ गई। जब तक जिसका मन होगा, वह राजनीति करेगा, कौन जानता है। काल्पनिक सवालों का जवाब कैसे दिया जाए। यह उन पर निर्भर करता है।
बता दें कि, सासंद प्रिया सरोज सांसद बनाने के बाद अब जीवन साथी बनाने को लेकर दूसरी पारी शुरू करने जा रही हैं। प्रिया सरोज 18 वर्ष की उम्र पार करते ही सपा की न केवल सक्रिय सदस्यता ले ली थी, बल्कि पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में भी सक्रिय भागीदारी निभाती रही हैं। प्रिया काफी पहले से अपने पिता विधायक तूफानी सरोज के साथ क्षेत्र की राजनीतिक सक्रियता में अहम भूमिका निभाती रहीं।
तूफानी सरोज ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि संविधान और बाबा साहेब को यह लोग किस प्रकार से देखते हैं। इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह का एक बयान काफी है। जनता सब कुछ देख रही हैं। जनता के बीच में यह बताने की जरूरत नहीं है। जनता इनकी भावना को जानती है। उन्होंने कहा 2027 में सपा इनसे कहीं शिकस्त नहीं खा रही है। अभी चुनाव में 43 सीटें जीते हैं।