एसपी और लोकदल का “भाईचारा सम्मलेन”
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर के खतौली स्थित नवीन मंडी स्थल पर सपा-रालोद गठबंधन का भाईचारा सम्मेलन संपन्न हो गया है। गठबंधन नेताओं की चेतावनी के बाद शुक्रवार शाम प्रशासन बैकफुट पर आ गया था, और खतौली की नवीन मंडी में ही कुछ शर्तों के साथ भाई चारा सम्मलेन करने की अनुमति दी गई थी।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत सिंह शामिल हुए थे। यहां उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि सरकार गन्ने के दाम खोलने को तैयार नहीं है. रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने कहा कि वह इस चुनाव को हमेशा याद रखेंगे। वह तीन गांवों में हर घर गए। उन्होंने कहा कि खतौली से सीखकर हमने तय किया है कि यह कारवां नहीं रुकेगा। रालोद ने अब एक संगठित अभियान शुरू करने का फैसला किया है। नए साल के बाद समन्वय अभियान चलाया जाएगा।
खतौली में एक रैली में उन्होंने कहा कि 2023 में वह खुद 1500 गांवों का दौरा करेंगे. वह एकता के जरिए व्यवस्था को बदलने की लड़ाई लड़ेंगे। एक किसान के परिवार की मासिक आय मात्र आठ हजार रूपये है, एक परिवार में कई सदस्य होते हैं। सरकारी दलाल किसानों को परेशान करते हैं लेकिन कोई किसानों की समस्याओं को हल नहीं करता। चीन की दखलअंदाजी लगातार बढ़ रही है लेकिन सरकार कोई जवाब नहीं दे रही।
बता दें कि जिला प्रशासन ने खतौली नवीन मंडी में रालोद-सपा गठबंधन के भाईचारा सम्मलेन को अनुमति देने से इनकार कर दिया था। शनिवार सुबह गठबंधन के पदाधिकारियों ने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा नेताओं व जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर सीओ ने अनुमति दी थी। लेकिन वह अनुमति , सम्मेलन से एक दिन पहले, प्रशासन द्वारा रद्द कर दी गई । साफ है कि यह पूरी साजिश हुई है.उन्होंने कहा कि सत्ताधारी नेताओं के दबाव में आकर यह फैसला लिया गया.