भाजपा, आरएसएस लोकतांत्रिक संस्थाओं को ख़त्म करना चाहती है
कन्याकुमारी/चेन्नई: राहुल गांधी ने आज दोपहर कन्याकुमारी से पार्टी के भव्य जनसंपर्क कार्यक्रम ‘भारत जोड़ो यात्रा‘ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कांग्रेस 2024 के आम चुनाव को देखते हुए लोगों से जुड़ना चाहती है। 3500 किलोमीटर का पैदल मार्च 150 दिनों में पूरा किया जाएगा। राहुल गाँधी ने इस मौके पर कहा कि भारत की तमाम लोकतांत्रिक संस्थाएं अब खतरे में हैं।
पिछले 8 वर्षों में, भाजपा और आरएसएस ने सभी लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमला किया है और उन्हें बंधक बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक संस्थाएं हैं जो राष्ट्रीय ध्वज की रक्षा करती हैं। बीजेपी और आरएसएस को लगता है कि तिरंगा उनकी जागीर है।
भारत का मतलब है तिरंगे की रक्षा के लिए स्वतंत्र मीडिया। न्यायपालिका भी तिरंगे की रक्षा करती है लेकिन संघ परिवार के दबाव में वर्तमान केंद्र सरकार ने हमारी प्रत्येक संस्था को नर्क में दाल दिया है। उन पर नए तरीके से हमला किया जा रहा है। उन्हें लगता है कि वेअकेले ही इस देश की स्थिति और लोगों के भविष्य को बदल सकते हैं। बीजेपी और आरएसएस को लगता है कि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स इसका इस्तेमाल करके विपक्ष को डराया जा सकता है।
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने कहा, “हमसे कितने भी घंटे पूछताछ की जाए, कोई भी विपक्षी नेता भाजपा से नहीं डरता। कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा को देश का सबसे लंबा मार्च करार देते हुए कन्याकुमारी में एक रैली के साथ शुरुआत की। पैदल मार्च या पदयात्रा गुरुवार सुबह शुरू हुई। कांग्रेस नेताओं ने इस बात से इनकार किया कि यात्रा का कोई विशेष राजनीतिक उद्देश्य है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस यात्रा के माध्यम से देश को एकजुट करना मुख्य उद्देश्य है।
पदयात्रा के दौरान कांग्रेस नेता महंगाई, और बेरोजगारी जैसे विभिन्न मुद्दों पर आम लोगों से जुड़ने की कोशिश करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, जो स्वास्थ्य समस्याओं के कारण यात्रा समारोह में शामिल नहीं हो सकीं, ने एक बयान में कहा कि वह भारत जोड़ो यात्रा में पूरी तरह से शामिल हैं। यह एक ऐतिहासिक अवसर है और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर के लोगों को केंद्र के शासन के दुष्परिणामों से अवगत कराने का प्रयास करेगी।
इससे पहले, राहुल गांधी ने तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में अपने पिता राजीव गांधी के स्मारक का दौरा किया, जहां 21 मई, 1991 को एक आत्मघाती हमले में पूर्व प्रधानमंत्री की मौत हो गई थी। राहुल गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता प्रतिदिन सुबह 7 बजे से शाम 6:30 बजे के बीच दो बियाचों में पदयात्रा करेंगे और इस तरह अगले 150 दिनों में 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेंगे। राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल मार्च करेंगे और यह यात्रा कश्मीर में खत्म होगी।