अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने का भाजपा ने किया विरोध
AIMIM विधायक और असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी को तेलंगाना का प्रोटेम स्पीकर बनाने का बीजेपी विरोध कर रही है। इस बीच, पार्टी के सभी विधायकों ने शनिवार को शपथ लेने से इंकार कर दिया। तेलंगाना बीजेपी प्रमुख जी किशन रेड्डी ने कहा है कि हम मांग करते हैं कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव इस प्रोटेम स्पीकर के साथ नहीं होना चाहिए। हम यही बात राज्य के राज्यपाल को भी बताएंगे। बता दें कि एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी को शुक्रवार को नवनिर्वाचित तेलंगाना राज्य विधानसभा के पहले सत्र के लिए प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है।
तेलंगाना की तीसरी विधानसभा का सत्र कल से शुरू होने वाला है। एक नोटिस जारी करके राज्य विधायिका ने कहा कि ‘भारत के संविधान के अनुच्छेद 180 के खंड (1) के जरिये दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए तेलंगाना के राज्यपाल ने अकबरुद्दीन ओवेसी को तेलंगाना विधानसभा के सदस्य के रूप में तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष के कर्तव्यों का पालन करने के लिए नियुक्त किया है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 178 के तहत एक प्रोटेम स्पीकर विधिवत नया अध्यक्ष चुने जाने तक विधानसभा की कार्यवाही संचालित करता है।
भारत के संविधान के अनुच्छेद 188 के तहत निर्वाचित सदस्य प्रोटेम स्पीकर से शपथ लेते हैं और उस पर हस्ताक्षर करते हैं। देखा जाए तो प्रोटेम स्पीकर सदन का एक अस्थायी अधिकारी होता है जो सभी नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ लेने और एक आधिकारिक स्पीकर का चुनाव होने तक तक विधानसभा सत्र का संचालन करता है। एक बार विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद प्रोटेम स्पीकर का पद खत्म हो जाता है और आधिकारिक स्पीकर यह भूमिका संभाल लेता है। बहरहाल एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी के भाई अकबरुद्दीन औवेसी की प्रोटेम स्पीकर के पद पर नियुक्ति तेलंगाना में एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गई है।
भारत के संविधान के अनुच्छेद 188 के तहत निर्वाचित सदस्य प्रोटेम स्पीकर से शपथ लेते हैं और उस पर हस्ताक्षर करते हैं। देखा जाए तो प्रोटेम स्पीकर सदन का एक अस्थायी अधिकारी होता है जो सभी नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ लेने और एक आधिकारिक स्पीकर का चुनाव होने तक तक विधानसभा सत्र का संचालन करता है। एक बार विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद प्रोटेम स्पीकर का पद खत्म हो जाता है और आधिकारिक स्पीकर यह भूमिका संभाल लेता है। बहरहाल एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी के भाई अकबरुद्दीन औवेसी की प्रोटेम स्पीकर के पद पर नियुक्ति तेलंगाना में एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गई है।
नवनिर्वाचित भाजपा विधायक राजा सिंह ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में अकबरुद्दीन औवेसी की नियुक्ति पर विरोध जताया और कहा कि मैं और पार्टी के अन्य विधायक शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे। भाजपा विधायक राजा सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वह जब तक जीवित हैं एआइएमआइएम के सामने कभी शपथ नहीं लेंगे। राजा सिंह ने पूछा, क्या मैं उस व्यक्ति (अकबरुद्दीन औवेसी) के सामने शपथ ले सकता हूं, जिसने अतीत में हिंदू विरोधी टिप्पणियां की थीं?
राजा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पहले बीआरएस, एआइएमआइएम और भाजपा के बीच सांठगांठ का आरोप लगाया था और अब उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पार्टी और एआइएमआइएम के बीच क्या संबंध है।