ममता के खिलाफ भाजपा नेता ने की शिकायत, राष्ट्रगान के अपमान का आरोप तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों महाराष्ट्र दौरे पर हैं।
ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा नेता ने राष्ट्रगान के अपमान को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बैठकर आधा अधूरा राष्ट्रगान गाकर खुद ही इस आफत को दावत दी है। ममता बनर्जी के इस रवैये को लेकर कई नेताओं ने उन पर तंज़ कसे हैं और उनकी इस हरकत पर रोष जताया है।
मुंबई के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची ममता बनर्जी का कार्यक्रम काफी व्यस्त रहा। इस बीच उन्होंने एनसीपी नेता शरद पवार, शिवसेना नेता संजय राउत और आदित्य ठाकरे समेत कई महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात की। मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले बैठे-बैठे ही राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया। दो लाइन गाने के बाद वह उठ गई और 2 लाइन और गाई उसके बाद उसे अधूरा छोड़कर प्रेस कांफ्रेंस करने लगी जिस पर कईलोगों ने उनकी निंदा करते हुए रोष प्रकट किया है।
Our national anthem is one of the most powerful manifestation of our national identity. The least people holding public office can do is not demean it.
Here is a mutilated version of our national anthem sung by Bengal CM. Is India’s opposition so bereft of pride and patriotism? pic.twitter.com/wrwCAHJjkG
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 1, 2021
ममता बनर्जी ने इस बीच एनसीपी नेता शरद पवार से भी मुलाकात की जिस पर शिवसेना के एक नेता ने तंज कसते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि प्रधानमंत्री पद का चेहरा उद्धव ठाकरे जी को बनाया जाए। राष्ट्रगान के तथाकथित अपमान को लेकर ममता बनर्जी निशाने पर हैं। विरोध में आने वाले लोगों ने इसे राष्ट्रगान का अपमान बताया और पूछा कि क्या ममता बनर्जी को राष्ट्रगान की गरिमा नहीं पता है।
पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई ने ट्वीट करते हुए कहा ममता बनर्जी पहले बैठी थी और फिर खड़ी हो गई और भारत का राष्ट्रगान आधा गा कर गाना बंद कर दिया। आज एक मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने बंगाल के संस्कृति ,राष्ट्रगान, देश और गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर का अपमान किया है।
भाजपा आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने भी ममता बनर्जी को निशाने पर लेते हुए कहा कि हमारा राष्ट्रगान हमारी राष्ट्रीय पहचान की सबसे शक्तिशाली अभिव्यक्ति में से एक है। कम से कम सार्वजनिक पद धारण करने वाले लोग इसे नीचा नहीं दिखा सकते। यहां बंगाल की मुख्यमंत्री द्वारा गाए गए हमारे राष्ट्रगान का एक रूप है। क्या भारत का विपक्ष इतना गर्व और देशभक्ति से रहित हैं।