मध्य प्रदेश में 1 दशक बाद भाजपा को हराकर जब कांग्रेस सत्ता में आयी तो उसमे ग्वालियर घराने के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया की महत्वपूर्ण भूमिका थी। कांग्रेस की जीत के साथ ही सिंधिया का एक पुराना सपना था जो फिर से आकर लेने लगा था लेकिन कमलनाथ सरकार ने उसे महीनों सत्ता में रहकर भी पूरा नहीं किया।
अब मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने सिर्फ 48 घंटे में ज्योतिरादित्य सिंधिया का वह सपना पूरा कर दिया जिसे कमलनाथ की सरकार ने महीनों पूरा नहीं होने दिया। सिंधिया पिछले 18 साल से जो सपना देख रहे थे उसे बीजेपी सरकार ने पूरा कर दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल में अपनी सक्रियता बढ़ाने के लिए वहां एक बंगला चाह रहे थे। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और इस सरकार को बनवाने में सिंधिया की बड़ी भूमिका थी इसलिए उन्हें लगा कि कमलनाथ सरकार मुंह खोलते ही उन्हें बंगला दे देगी लेकिन कमलनाथ की सरकार ने उन्हें बंगला देने का रास्ता साफ़ नहीं किया।
जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराकर बीजेपी की सरकार बनी तो इसे बनाने वाले भी सिंधिया थे। अपनी बनवाई सरकार में सिंधिया के बंगले के सपने ने फिर जोर मारा। सिंधिया ने भोपाल में बंगले की डिमांड रखी तो शिवराज सरकार ने इसे सिर्फ 48 घंटे में ही पूरा कर दिया।
शिवराज सिंह सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को श्यामला हिल्स स्थित बंगला नम्बर बी-5 एलाट किया है। डेढ़ एकड़ में बना यह बंगला पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उमा भारती के बंगले से भी बड़ा है। यह बंगला पाकर सिंधिया बहुत खुश हैं। अब मध्य प्रदेश में वह अपनी राजनीतिक सक्रियता को बढ़ा सकते हैं।