मुसलमानों को सामूहिक सजा दे रही है बीजेपी : ओवैसी
रोज़ रोज़ हो रहे विवादों को लेकर और खुलेआम तोरे जा रहे घरों को लेकर ओवैसी ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष दिल्ली में खुलेआम घर तोड़ों की बात कर रहे हैं। जहांगीरपुरी में इतना सब कुछ हो गया तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल चुप्पी साधे बैठे हैं। जब उनके घर हमला होता है तो आसमान सिर पर उठा लेते हैं।
देश के कई हिस्सों में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा और दंगे के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर से हो रही कार्रवाई पर असदुद्दीन ओवैसी ने इस दौरान बीजेपी और अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने कहा कि एक साजिश रची है महाराष्ट्र को बर्बाद करने की रमजान के महीने में इस मसले को उठाया जा रहा है। रमजान के पाक महीने में इस तरह के मुद्दे उठाना इनकी नियत को साफ जाहिर करता है। देश की फिजा खराब करने की साजिश है। मुसलमानों के कपड़े खतरा है देश के लिए क्या खाते हैं खतरा है देश के लिए अजान खतरा है।
उन्होंने कहा कि मुसलमान प्रधानमंत्री के आवास के बाहर कुरान शरीफ जाकर पढ़े तो क्या होगा देश संविधान से चलना चाहिए। अगर आपसे सोचते हैं कि मैं जैसा चाहूंगा, वैसा होगा, वैसे तो अराजकता आ जाएगी। जो लोग खुलेआम धमकी दे रहे हैं, तारीख दे रहे हैं, वो क्या करेंगे, उनकी मंशा क्या है। महाराष्ट्र सरकार पहले ही लाउडस्पीकर पर कह चुकी है कि संविधान और नियमों के अनुसार कदम आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि मुस्लिमों पर सामूहिक सजा की नीति पर बीजेपी आगे बढ़ रही है। बीजेपी ने मुस्लिमों के खिलाफ ऐलान ए जंग कर दिया है। डिंडोरी में आसिफ खान ने एक लड़की से शादी की, उसे देशद्रोही बताकर उसका घर तोड़ दिया गया है। ये बुलडोजर चल रहा है, जो आईपीसी और सीआरपीसी के नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ा रहा है।
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के अध्यक्ष दिल्ली में खुलेआम घर तोड़ों की बात कर रहे हैं। जहांगीरपुरी में इतना सब कुछ हो गया तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल चुप्पी साधे बैठे हैं। जब उनके घर हल्ला होता है तो आसमान सिर पर उठा लेते हैं।
समान नागरिक संहिता कई राज्यों में लागू करने की बात हो रही है, इस सवाल पर ओवैसी ने कहा, भारत के संविधान में नीति निर्देशक तत्व का जिक्र किया है। नीति निर्देशक तत्वों में भाईचारे, सबको बराबर संसाधन का हक देने जैसी भी बातें कही गई हैं, उस पर कोई कुछ नहीं कह रहा। सिर्फ मुसलमानों की बात की जा रही है। हिन्दू अविभाजित परिवार में टैक्स छूट हिन्दुओं को दी जा रही है, वो क्या मुस्लिमों को मिलेगी क्या शराब पर पाबंदी लगाएं, सबको बराबर आर्थिक समानता भी दीजिए. अन्य मौलिक अधिकारों की बात गृह मंत्री अमित शाह क्यों नहीं करते ?