भोले बाबा बनता था राजस्थान में पेपर लीक सरगना का मेहमान
मंगलवार को यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई थी। सत्संग में आए लोगों में भोले बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए भगदड़ मच गई थी। मौके पर पुलिस का पर्याप्त इंतजाम नहीं था। लोग एक दूसरे को रौंद रहे थे। इस हादसे में अभी तक 121 लोगों के मरने की सूचना मिली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर जाकर घोषणा की है कि इसकी न्यायिक जांच कराई जाएगी।
नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को इस घटना के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने कहा कि वो इस मामले को राजनीतिक नहीं बनाना चाहते हैं लेकिन जवाबदेही तय होना चाहिए कि इसका जिम्मेदार कौन है। राहुल ने कहा कि पीड़ित परिवार बेहद गरीब हैं, इसलिए यूपी सरकार को ज्यादा से ज्यादा मुआवजा देना चाहिए।
सूरज पाल जाटव, जिसे नारायण साकार विश्व हरि या ‘भोले बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है,उसके वारे में नया खुलासा हुआ है।राजस्थान के कुख्यात पेपर लीक आरोपी को जानता था। यह खुलासा राजस्थान पुलिस ने किया है। राजस्थान पुलिस के मुताबिक, भोले बाबा जब भी राजस्थान आता था तो दौसा में हर्षवर्धन मीणा के यहां रुकता था। एडीजीपी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) वी के सिंह ने कहा कि मीणा राजस्थान 2020 जूनियर इंजीनियर परीक्षा (जेईएन) भर्ती परीक्षा पेपर लीक का मुख्य आरोपी है।
एडीजीपी ने कहा कि “जनवरी में हमने पेपर लीक मामले में दौसा में मीणा के घर पर छापा मारा था। लेकिन हमारे पहुंचने से पहले ही वहां रह रहा बाबा भाग गया। भोले बाबा पेपर लीक मामले से जुड़ा नहीं है।”
मीणा ने कथित तौर पर पिछले 15 वर्षों में विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक करके विभिन्न सरकारी विभागों में 500 से अधिक युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों की व्यवस्था की थी। लाभान्वित होने वाले कम से कम 20 लोग उनके परिवार से हैं। पुलिस ने जयपुर, दौसा और महवा में मीणा की जमीनों के दस्तावेज जब्त किए तो 5 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति का पता चला।