अशोक चव्हाण ने ईडी, आईटी से बचने के लिए बीजेपी ज्वाइन की: राउत

अशोक चव्हाण ने ईडी, आईटी से बचने के लिए बीजेपी ज्वाइन की: राउत

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा देने के बाद आज बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इस दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, आशीष सेलार मौजूद रहे। बीजेपी में शामिल होने के बाद अशोक चव्हाण की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।

उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला लेना आसान नही था… ये एक दिन में लिया गया फैसला नहीं है। ये बात सच है कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया… फिर इस बात को भी कोई नहीं नकार सकता है कि जब तक मैं पार्टी में था तब तक मैंने भी पार्टी के लिए बहुत कुछ किया। मैंने पार्टी के लिए क्या कुछ किया ये कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को अच्छे से पता है।

जब चव्हाण से यह पूछा गया कि क्या उन्हें वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कोई फोन किया, तो उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया। बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री एस बी चव्हाण के बेटे अशोक चव्हाण (65) ने सोमवार को इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस छोड़ना उनका स्वतंत्र फैसला है और उन्होंने अपने इस फैसले का कोई विशेष कारण नहीं बताया है।

अशोक चव्हाण द्वारा कांग्रेस छोड़ने को लेकर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण हताश थे और लंबे समय से भाजपा में शामिल होने का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चव्हाण पर ईडी और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों का दबाव था। राउत का यह बयान उस संदर्भ में आया है जिसमें अशोक चव्हाण को तीन मामलों में नामित किया गया है। उनमें से दो 2011 के आदर्श सहकारी हाउसिंग सोसाइटी मामले से जुड़े हैं और तीसरा कथित भूमि हड़पने का मामला है।

आदर्श सोसाइटी से जुड़े मामले में एसीबी ने केस दर्ज किया था। रक्षा मंत्रालय से एक शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने जांच शुरू की, जिसमें आरोप लगाया गया कि कोलाबा में सार्वजनिक पदों के दुरुपयोग और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से आदर्श सहकारी हाउसिंग सोसाइटी के लिए अवैध रूप से जमीन आवंटित की गई थी। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि चव्हाण 2000 में राज्य के राजस्व मंत्री थे और उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ साजिश रची।

संजय राउत ने कहा, ‘मेरी जानकारी के अनुसार जब से एकनाथ शिंदे ने भाजपा से हाथ मिलाया है, चव्हाण ने भी उसी समय पार्टी छोड़ने का फैसला किया। चव्हाण भाजपा से हाथ मिलाने के लिए बेताब कदम उठा रहे थे। उन्होंने उपमुख्यमंत्रियों- देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार के साथ बैठकें की थीं। राउत ने कहा कि मोदी सरकार के श्वेत पत्र में आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले का उल्लेख के बाद चव्हाण के क़दम में तेजी आई।

उन्होंने कहा, ‘यह सच है कि काफी चर्चा के बाद चव्हाण को राज्यसभा सीट की पेशकश की गई थी। हालाँकि, आदर्श घोटाले के उल्लेख से वह घबरा गए होंगे।’उन्होंने कहा, ‘चव्हाण एक चतुर राजनीतिज्ञ और अच्छे प्रशासक हैं। यह बात सभी ने स्वीकार की है। उनके पास व्यापक राजनीतिक अनुभव है। कांग्रेस के संगठनात्मक नेटवर्क पर उनका अच्छा नियंत्रण है। उनका फैसला कांग्रेस के लिए झटके से ज्यादा उनके हित में है।’

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