पीएम मोदी मुद्दों पर नहीं कर रहे, सिर्फ ध्यान भटका रहे हैं: शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की और कहा कि उनके भाषणों में तथ्यों और हकीकत का अभाव है। पवार ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी लोगों से जुड़े मुद्दों पर बात नहीं करते बल्कि उनका ध्यान भटकाते हैं।
पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बार-बार यह कह रहे हैं कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ सत्ता में आया तो वह धर्म के आधार पर आरक्षण लाएगा, जो केवल सामाजिक तनाव पैदा करने का एक प्रयास है। पवार ने कहा, ‘‘हमने ऐसा कभी नहीं कहा। यह मोदी की बनाई बात है।’’
पवार ने कहा, ‘‘मैंने पहले कभी ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा जिसके भाषण तथ्यों और वास्तविकता पर आधारित न हों। वह मुझ पर और उद्धव ठाकरे पर निशाना साध कर संतुष्ट हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में पांच चरण में लोकसभा चुनाव कराए जाने पर हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘ऐसा इसलिए है कि मोदी यहां जितना संभव हो, प्रचार कर सकें। सत्तासीन लोग चिंतित हैं।’’
वता दें कि, सोमवार को शरद पवार को एक भटकती आत्मा बताने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि 15 वर्ष पहले एक बहुत बड़े नेता यहां चुनाव लड़ने आए थे और तब उन्होंने डूबते सूरज की शपथ लेकर कहा था कि यहां सूखे से प्रभावित क्षेत्रों तक पानी पहुचाएंगे। क्या लोगों को पानी मिला? क्या आपको याद है? उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया, अब उन्हें दंडित करने का समय आ गया है।
पीएम मोदी ने कहा था कि महाराष्ट्र में कुछ ‘भटकती आत्माओं’ ने अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए 45 साल पहले राजनीतिक अस्थिरता के युग की शुरुआत की थी. मोदी ने पवार का नाम नहीं लिया लेकिन यह स्पष्ट था कि उनका संदर्भ 1978 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के खिलाफ मराठा राजनेता (शरद पवार) के विद्रोह से था जिसके कारण सरकार गिर गई थी।
उसके बाद उस नेता ने यहां से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं की। विदर्भ हो या मराठवाड़ा हो, वर्षों से यहां के लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाने का पाप होता रहा है। कांग्रेस को देश ने 60 वर्ष तक राज करने का मौका दिया और इन 60 वर्षों में दुनिया के अनेक देश पूरी तरह से बदल गए लेकिन कांग्रेस किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंचा पाई। वर्ष 2014 में करीब 100 सिंचाई परियोजनाएं ऐसी थीं जो कई दशकों से लटकी पड़ी थीं। इसमें से 26 परियोजनाएं महाराष्ट्र से थीं।
हालांकि शरद पवार ने उस वक़्त भी पलटवार किया था।आजतक के साहिल जोशी की रिपोर्ट के मुताबिक शरद पवार ने जवाब देते हुए कहा था, “पीएम मोदी आजकल मुझ पर काफी गुस्सा हैं। एक वक्त उन्होंने कहा था कि वो मेरी उंगली पकड़कर राजनीति में आए और अब वो कह रहे हैं, मैं अस्वस्थ आत्मा हूं। हां, मैं अस्वस्थ हूं, किसानों के लिए खुद के स्वार्थ के लिए नहीं। मेरे किसानों का दर्द बताने के लिए भटकता हूं. . . महंगाई से आम आदमी परेशान है, ये बताने के लिए भटकता हूं।